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नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ पूजन की हुई शुरुआत, घाट पर की जा रही तैयारियां

नीमच। मंगलवार से नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ पूजन की शुरुआत हो गई. जिसको लेकर समाज द्वारा घाट पर तैयारी भी प्रारंभ की गई है सागर मंथन नीमच ग्वालटोली तालाब पर समाज द्वारा रंग रोंगन सहित अन्य कार्य तेजी से किए जा रहे हैं जहां समाज की महिलाओं द्वारा छठ पूजन किया जाएगा।चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व के पहले दिन यानी आज नहाय खाय है.इस दिन लौकी की सब्जी, चने का दाल और चावल (भात) खाने का महत्व है इसको बनाने से लेकर खाने तक हर जगह शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है सागर मंथन.इस महापर्व का समापन शुक्रवार 8 नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर किया जाएगा.छठ पर्व एकमात्र ऐसा सुअवसर है जहां उगते सूर्य के साथ-साथ अस्त होते हुए सूर्य की भी पूजा की जाती है छठ पूजा सूर्य,प्रकृति,जल,वायु और उनकी बहन छठी मइया को समर्पित है.पार्वती का छठा रूप भगवान सूर्य की बहन छठी मैया को त्योहार की देवी के रूप में पूजा जाता है.कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को नहाय खाय होता है.इस दिन व्रती गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान करने के बाद सूर्य देव की पूजा करते हैं इसके बाद सात्विक भोजन ग्रहण किया जाता है.भोजन में चावल-दाल और लौकी की सब्जी ग्रहण की जाती है।चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व छठ पूजा की शुरूआत मंगलवार को नहाय खाय से हुई है इसके बाद 06 नवंबर को खरना,07 नवंबर को सायंकालीन अर्घ्य दान और 08 नवम्बर को प्रातःकालीन अर्घ्य के बाद पारण होगा.इसके साथ ही इस महापर्व का समापन भी होगा.

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