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विकास नगर क्षेत्र में सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का हुआ शुभारंभ

नीमच।महंगाई के आधुनिक युग में रोजगार के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं लेकिन घरेलू महिलाओं के लिए सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त कर सिलाई के माध्यम से आर्थिक रोजगार  के क्षेत्र में स्वयं आत्मनिर्भर बनना भी एक महत्वपूर्ण कड़ी है।महिलाएं सामान्य सिलाई सीख कर फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में भी प्रवेश कर सकती है और अपनी आय को और अधिक बढ़ा सकती है। आधुनिक युग में सिलाई के ब्यूटी फैशन केंद्र भी बहुत संचालित हो रहे हैं। उसमें प्रशिक्षित सिलाई वाली महिलाओं को ही रोजगार मिलता है। रोजगार के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह सिलाई प्रशिक्षण केंद्र सहायक सिद्ध होगा।यह बात वरिष्ठ समाजसेवी संपत लाल पटवा ने कहीं। वे श्री ओसवाल साजना व जैन परमार्थिक ट्रस्ट नीमच द्वारा 115 विकास नगर पर दोपहर 2 बजे महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाएं सिलाई सीख कर सिलाई प्रशिक्षण केंद्र भी खोलकर अपने रोजगार में अपार संभावनाएं बढ़ा सकती है और रोजगार के क्षेत्र में उद्योगपति की तरह आगे बढ़ सकती है। यह सिलाई केंद्र महिलाओं के रोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में केंद्र बिंदु रहेगा ।ट्रस्ट में 31 सदस्य है ।समाज के किसी भी वर्ग को कोई परेशानी है तो संगठन निरंतर 24 घंटे सहायता के लिए तत्पर है।  इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी पारस सोनी कोलकाता वाला ने कहा कि समाज के संपन्न और समर्थ लोग अपने कर्तव्य को समझें और समाज में विकास के क्षेत्र में पिछड़े लोगों के सहयोगी बने यही मानव का समाज सेवा के प्रति कर्तव्य और धर्म है। महावीर स्वामी ने भी सेवा कार्यों में सहयोग के महत्व को ही बताया है। संपत लाल जी पटवा समाज के लिए प्रेरक है। महिलाओं का उत्थान भी समाज सेवा का धर्म है। अध्यक्ष पारस नागौरी ने कहा कि  संगठन समाज सेवा के क्षेत्र में प्रगति करेगा। महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण के लिए यह केंद्र सहयोगी सिद्ध होगा ।जब भी आवश्यकता होगी तो सभी सहयोग के लिए तत्पर रहेंगे। समाज सेवी बलवंत मेहता ने कहा कि सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के साथ पापड़ और सुप उद्योग भी प्रारंभ करने की योजना पर विचार विमर्श किया जाएगा। पारस भंडारी ने कहा कि सिलाई प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के क्षेत्र में टमाटर सूप मसाला उद्योग के क्षेत्र में भी प्रशिक्षण प्रदान करने की योजना पर कार्य किया जाएगा। मनीष पटवा ने कहा कि संस्था का पौधा वट वृक्ष बनने की और अग्रसर हो रहा है संस्था के समाज सेवा के प्रकल्प के उद्देश्य पूर्ण हो रहे हैं। महिला समाज सेवी  सुजाता जैन ने कहा की सिलाई प्रशिक्षक कुसुम जैन विगत 20 वर्षों से पिपलिया मंडी में सिलाई का प्रशिक्षण प्रदान कर रही है उनके द्वारा प्रशिक्षित 108 महिलाएं सिलाई के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद रोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन चुकी है। वह प्रशिक्षण तकनीकी रूप से प्रदान करती है जो प्रशिक्षक के लिए जीवन पर्यंत मार्गदर्शन प्रदान करता है। सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का समय प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक रहेगा। अभी तक 25 महिलाओं का प्रशिक्षण के लिए पंजीयन हो चुका है और भी जो महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहती है वह संबंधित संगठन पदाधिकारियों प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षक कुसुम जैन  से संपर्क कर अपना नाम पंजीयन कर सकती है। कार्यक्रम का संचालन पारस पटवा ने किया तथा आभार विमल मोगरा ने व्यक्त किया ।इस अवसर पर समाज एवं संगठन से जुड़े बड़ी संख्या में महिला पुरुष एवं अन्य समाजसेवी संगठन के पदाधिकारी भी सहभागी बने।

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