संपत्ति विवाद में रिश्तों का कत्ल: हथौड़े के हमले में घायल गीता बाई की भी मौत, अब तक दो की गई जान
नीमच। कैंट थाना क्षेत्र में पारिवारिक संपत्ति विवाद के चलते रिश्तों का खून करने वाली घटना में अब तक दो लोगों की जान जा चुकी है। घटना 31 मई की है जब मूलचंद मार्ग स्थित जायसवाल लॉज के पीछे पांच खोली क्षेत्र में रहने वाले एक ही परिवार के चार सदस्यों पर उनके ही भतीजों ने हथौड़े से जानलेवा हमला कर दिया था। इस भयावह घटना में पहले ही बबलू पिता प्रेम झंझोट (उम्र 45 वर्ष) की मौत हो चुकी थी,और अब रविवार सुबह 68 वर्षीय गीता बाई पति प्रेम झंझोट ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।पीड़ित परिवार की सदस्य शिलाबाई ने बताया कि इस हमले ने उनके परिवार को पूरी तरह तोड़कर रख दिया है। पहले उन्होंने अपने भाई बबलू को खोया और अब मां गीता बाई भी उन्हें छोड़ गईं। शिलाबाई ने रोते हुए बताया कि घटना के बाद से ही गीता बाई की हालत नाजुक बनी हुई थी। उन्हें नीमच के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के बाद कुछ दिन पहले ही घर लाया गया। वे कोमा में थीं और बिस्तर पर ही सेवा की जा रही थी। रविवार सुबह अचानक हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।यह हमला न केवल पारिवारिक रिश्तों की मर्यादा को शर्मसार करता है, बल्कि समाज में बढ़ते पारिवारिक विवादों की एक खौफनाक तस्वीर भी पेश करता है। हमला करने वाले आरोपी आयुष पिता सुनील झंझोट (उम्र 19 वर्ष) और रोहित (उम्र 22 वर्ष), निवासी एकता कॉलोनी, नीमच हैं।उन्होंने अपने चाचा के घर पहुंचकर वहां मौजूद चार लोगों पर हथौड़े से ताबड़तोड़ वार किए थे। इसमें गीता बाई, बबलू, सपना पति धनराज झंझोट (उम्र 19 वर्ष) और धनराज पिता दिलीप झंझोट (उम्र 23 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए थे।बबलू को इंदौर रेफर किया गया था, जहां इलाज के बाद छुट्टी मिलने के कुछ दिन बाद 9 जून को उसकी मौत हो गई थी। वहीं,अब गीता बाई की मृत्यु ने भी मामले को और गंभीर बना दिया है। पुलिस ने पहले इस मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 109 के तहत प्रकरण क्रमांक 298/25 दर्ज कर आयुष और रोहित को गिरफ्तार किया था। अब गीता बाई की मौत के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों पर हत्या और अन्य गंभीर धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।परिजनों ने मांग की है कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई और परिवार इस तरह की दरिंदगी का शिकार न हो। पुलिस का कहना है कि मामला अत्यंत गंभीर है और सभी कानूनी पहलुओं पर कार्रवाई की जा रही है।यह घटना न केवल एक पारिवारिक कलह का अंत नहीं है, बल्कि समाज को यह सोचने पर भी मजबूर करती है कि संपत्ति के विवाद ने इंसान को किस हद तक क्रूर और रिश्तों को कितना कमजोर कर दिया है।