नीमच। चीरा पद्धति के तहत जिले के प्रथम खंड की अफीम तौल का कार्य पूरा हो चुका है। 29 मार्च को अफीम तौल शुरू हुआ था,जो अब तक लगभग पूर्ण हो चुका है। इस दौरान 186 गांवों के 3 हजार 464 किसानों ने अपनी अफीम विभाग को सौंपी है।जिसमे विभाग को कुल 25158.460 किलो अफीम प्राप्त हुई है।29 मार्च शुक्रवार को केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग ने शहर के समीप टूरिस्ट मोर्टल में प्रथम खंड के तहत अफीम तौल का कार्य शुरू किया था।जिसमे सबसे पहले चीरा पद्धति के तहत अर्जित अफीम का तौल किया गया। इस दौरान 7 दिनों में 186 गांव के 3 हजार 464 किसान पहुंचे थे।प्रथम खंड के तहत 25158.460 किलो अफीम का तौल का कार्य सम्पन्न हुवा है। 29 मार्च को जिले में नीमच तथा मनासा में अफीम तौल केंद्र स्थापित किए गए थे। पहले दिन 150 किसान पहुंचे थे। इसके बाद औसतन 300 से 400 व उससे अधिक किसान रोजाना पहुंचे थे।चीरा पद्धति के तहत तौल पूरा होने के बाद अब केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग सीपीएस पद्धति के तहत डोड़ों का तौल शुरू करेगी। संभवतः 10 अप्रैल से 19 अप्रैल तक सीपीएस पद्धति वाले डोडो की तुलाई का कार्य यहां होगा। जिसमे सीपीएस पद्धति के 2486 किसानों के डोडो की तुलाई विभाग द्वारा की जाएगी। विभाग द्वारा किसानों के लिए तोल केंद्र पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।जिसमें पर्याप्त छाया कूलर एवं ठंडे पानी की व्यवस्था सहित अन्य सुविधाएं यहां उपलब्ध कराई गई है ताकि तोल केंद्र पर आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।