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ईदुल फितर के मौके पर मुस्लिम समुदाय ने ईदगाह में अदा की नवाज, शांति और अमन की मांगी दुवा, एक दूसरे के गले लग दी मुबारक बाद

नीमच। प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी ईदुल फितर के अवसर पर गुरुवार को शहर काजी सद्दाम हुसैन अख्तारी द्वारा   ईदगाह पर मुस्लिम समुदाय को ईद की नवाज अदा करवाई गई एव देश मे अमन चैन की दुवा मांगी गई,साथ ही देशवासियों को ईद की मुबारकबाद दी गई। इस अवसर पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अनिल चौरसिया पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल कांग्रेस नेता तरुण बाहेती बृजेश सक्सेना महेश विरवाल राकेश अहीर सहित अन्य नेता ईदगाह पहुंचे और शहर काजी को फूलों का गुलदस्ता भेंट कर ईद की मुबारकबाद दी।शहर काजी सद्दाम हुसैन अख्तारी ने जानकारी देते हुवे बताया कि आज ईद का दिन है जो बड़ा ही मुबारक दिन है खुशियों का दिन है मुसलमान माहे रमजान पर  पूरे महीने रोजे रख इबादत करता है में यही पैगाम देना चाहता हु की ईद के त्योहार को मुहब्बत के साथ मनाएं और एक दूसरे को गले लगाकर मुबारक बाद पेश करे।ईद के मौके पर अल्लाह ताला से देश व मुल्क के लिए तरक्की व अमन चैन की दुवा मांगी गई है।बता दे की भारत में आज ईद-उल-फितर का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है.ईद का त्योहार भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक है.इस दिन मुस्लिम लोग नमाज पढ़कर पूरे विश्व में शांति और अमन की दुआ करते हैं. इसके साथ ही नमाज पढ़ने के बाद एक दूसरे के घर जाकर मुंह मीठा करते हैं और एक दूसरे से गले लगकर ईद मुबारक कहते हैं भारत में आज यानी गुरुवार 11 अप्रैल को ईद-उल-फितर का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है रमजान का पाक महीना पूरा होने के बाद शव्वाल महीने की पहली तारीख को ईद का त्योहार मनाया जाता है. ईद के दिन सबसे पहले नमाज अदा की जाती है.नमाज के बाद एक खास दुआ भी होती है जिसमें पूरे विश्व के लिए शांति और अमन की कामना की जाती है. ईद की नमाज पढ़ने के बाद लोग गले लगकर एक दूसरे को ईद के त्योहार की बधाई देते हैं नमाज के बाद घर जाकर मीठा खाने का रिवाज होता है.इसी वजह से ईद पर मुस्लिम समुदाय एक दूसरे के घर जाते हैं और मीठा खाने के बाद ईद की मुबारकबाद देते हैं. मीठे पकवानों में ईद के दिन सेवइयां और शीर खुरमा या खीर को जरूर बनाया जाता है.इसके अलावा भी दस्तरखान पर तरह-तरह के पकवान सजाए जाते हैं.ईद का त्योहार दुनियाभर के मुसलमानों के लिए खास महत्व रखता है माह-ए-रमजान के पूरा होने के बाद शव्वाल (इस्लामिक कैलेंडर का 10वां महीना) की पहली तारीख को ईद का त्योहार मनाया जाता है.इसे ईद-उल-फितर,ईद-अल-फितर, मीठी ईद या रमजान ईद भी कहा जाता है.शव्वाल का अर्धचंद्र देखने के बाद ही ईद मनाई जाती है.लेकिन भारत में 9 अप्रैल को ईद का चांद का दीदार नहीं हुआ. ऐसे में 30 रोजा पूरा करने के बाद 11 अप्रैल को मुल्क में ईद मनाई गई. ईद खुशियों का त्योहार है. इस दिन लोग सुबह-सवेरे नहाधोकर नए कपड़े पहनते हैं और सुबह ईद की नमाज अदा करते हैं. लोगों का एक-दूसरे के घर आना जाना होता है, घर पर मीठे और स्वाटिष्ट पकवान बनाए जाते हैं, बच्चों को ईदी दी जाती है और गरीबों के लिए फितरा निकाला जाता है।

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