नीमच।जीरन तहसील के गांव पालसोड़ा के किसानों के साथ फसल बीमा योजना में बड़ा अन्याय हुआ है। खरीफ 2023 की फसल पूरी तरह से चौपट हो जाने के बाद भी यहां के किसानों को बीमा कंपनी से राहत नहीं मिली। किसानों ने बताया कि उन्होंने समय पर प्रीमियम का भुगतान किया और नियमों के तहत 72 घंटे के भीतर कंपनी को फसल खराब होने की सूचना भी दे दी, लेकिन इसके बावजूद बीमा कंपनी ने उनका दावा खारिज कर दिया।इस अन्याय से आक्रोशित और निराश किसानों ने बुधवार को जिला कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के नाम ज्ञापन सौंपा। किसानों ने मांग की है कि बीमा कंपनी की मनमानी पर रोक लगाकर उन्हें उनका वैधानिक हक दिलाया जाए। उनका कहना है कि लगातार प्राकृतिक आपदाओं और उत्पादन में कमी के चलते पहले से ही आर्थिक संकट गहरा चुका है। ऐसे में बीमा ही उनकी एकमात्र उम्मीद थी, लेकिन कंपनी की लापरवाही ने उन्हें और भी बड़ी परेशानी में धकेल दिया है।किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें शीघ्र न्याय नहीं मिला तो वे सामूहिक रूप से आंदोलन करने पर विवश होंगे। गांव के सैकड़ों किसान अब जिला प्रशासन की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं कि आखिर कब उन्हें उनकी मेहनत का सही मूल्य और बीमे का लाभ मिलेगा।किसानों की इस समस्या को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चा है और लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब किसान समय पर प्रीमियम और सूचना दोनों दे चुके थे, तो आखिर बीमा कंपनी ने क्लेम क्यों खारिज किया। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में कितनी जल्दी हस्तक्षेप कर किसानों को राहत दिला पाता है।