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नाचते-गाते पहुंचे ग्रामीण, गणपति बप्पा मोरिया के लगाए जयघोष, जोरावरपुरा को राजस्व ग्राम घोषित करने व मूलभूत सुविधाओं की मांग

नीमच।अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण अक्सर धरना-प्रदर्शन और रैली का सहारा लेते हैं, लेकिन नीमच जिले के ग्राम जोरावरपुरा (माजरा) के ग्रामीणों ने मंगलवार को एक अनोखा तरीका अपनाया। वे पहले गाव में  गीत-संगीत के साथ नाचते-गाते हुए  हुवे निकले फिर "गणपति बप्पा मोरिया" के नारे लगाते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।ग्रामीणों ने बताया कि जोरावरपुरा (माजरा) ग्राम पंचायत सेमली मेवाड़ के अंतर्गत आता है और यहां लगभग 1100 से 1500 की आबादी है। मुख्यतः बंजारा समाज के लोग निवासरत हैं, लेकिन अब तक इस गांव को राजस्व ग्राम का दर्जा नहीं मिला है। गांव में मूलभूत सुविधाओं का भी गंभीर अभाव है। अंतिम संस्कार हेतु मुक्तिधाम की व्यवस्था नहीं है और पेयजल संकट ने ग्रामीणों को परेशान कर रखा है।ज्ञापन में बताया गया कि पंचायत खाते में विधायक निधि से 2 लाख शाला भवन हेतु और 3 लाख निर्माण हेतु पड़े हैं, लेकिन पंचायत निर्माण कार्य नहीं कर रही है और भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। नाली निर्माण और सीसी रोड का काम भी अधूरा है। साथ ही गांव के स्कूल की बाउंड्री और सड़क पर अतिक्रमण बना हुआ है, जिससे बच्चों की सुरक्षा और आवागमन प्रभावित हो रहा है।ग्रामीणों ने मांग की है कि जोरावरपुरा को जल्द से जल्द राजस्व ग्राम घोषित किया जाए, ताकि विकास कार्यों का मार्ग प्रशस्त हो सके। इसके अलावा मुक्तिधाम का निर्माण, पेयजल की स्थायी व्यवस्था, नाली और सड़क निर्माण, स्कूल की बाउंड्री तथा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तत्काल की जाए।अनोखे अंदाज में नाचते-गाते प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपने वाले ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें शीघ्र पूरी नहीं की गईं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

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