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डायल-112 जवानों और पायलटों को मिला CPR व बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण

  Neemuch

  मालव दर्शन

  November 1, 2025, 5:25 pm

नीमच।पुलिस की आपातकालीन सेवा डायल-112 अब सिर्फ त्वरित सहायता ही नहीं, बल्कि जीवन रक्षक कौशल से भी लैस हो रही है। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में पुलिस कंट्रोल रूम नीमच में डायल-112 के पुलिस जवानों और एफआरवी पायलटों को सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation) एवं बीएलएस (Basic Life Support) तकनीक का विशेष प्रशिक्षण दिया गया।यह दो दिवसीय प्रशिक्षण 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को जिला अस्पताल नीमच के चिकित्सकों के सहयोग से संपन्न हुआ। प्रशिक्षण प्रदान करने वाले चिकित्सकों में डॉ. सतीश चौधरी (मेडिसिन विशेषज्ञ), डॉ. राजेश धाकड़ (आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी) एवं डॉ. जन्मेजय शाक्या (अस्पताल प्रबंधक) शामिल रहे। उन्होंने जवानों को सीपीआर और कृत्रिम श्वसन जैसी तकनीकों की जानकारी दी, जो सड़क दुर्घटनाओं, हृदय गति रुकने या सांस न ले पाने जैसी गंभीर परिस्थितियों में जीवन बचाने का प्रभावी तरीका है।कार्यक्रम का उद्देश्य डायल-112 कर्मियों को आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक उपचार देने के लिए सक्षम बनाना था, ताकि वे घटनास्थल पर पहुँचकर घायल या अचेत व्यक्ति को तुरंत सहायता प्रदान कर सकें। प्रशिक्षण के दौरान कुल 33 पुलिसकर्मियों एवं 32 एफआरवी चालकों को प्रशिक्षित किया गया।सीपीआर प्रशिक्षण का महत्व यह है कि यह किसी व्यक्ति के हृदय या सांस रुक जाने की स्थिति में उसे जीवनदान देने की क्षमता प्रदान करता है। ऐसी परिस्थितियों में यदि तुरंत सीपीआर दिया जाए, तो अस्पताल पहुँचने से पहले ही व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।इस प्रशिक्षण के माध्यम से डायल-112 के जवान अब "प्रथम उत्तरदाता" (First Responder) की भूमिका में और भी सशक्त बन गए हैं। वे न केवल पुलिस सहायता बल्कि जीवन रक्षा में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। यह पहल नीमच पुलिस की आपातकालीन सेवा को और अधिक प्रभावी एवं जनहितैषी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगी।