नीमच।जिले के गाँव सुवाखेडा व खेडा राठोर कुण्डला की फर्शी पत्थर खदान शुरू कराने की मांग को लेकर बुधवार को श्रमिक व खनवारि कलेक्टर कार्यालय पहुचे जहा उन्होंने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि को सोपा जिसमे बताया गया कि पिछले दिनाक 24.09.2023 से फर्शी पत्थर खदाने बंद है जिसके कारण 2000 मजदुर 100 से ज्यादा टेक्टर,ट्रक डम्वपर बंद जिससे उनसे जुडे मजदुर हम्माल खनवारीये बेरोजगार होकर पलायन करने को मजबुर है जिससे उसने परिवार को भुखे मरने कि नोबत आ गई हैं तथा खदानो के अन्दर उध्योधिक विधुत कनेक्शन है और खदाने बंद होने के कारण कटर मशीने भी बंद हैं जिससे कनेक्शन धारी बिल जमा करने में असमर्थ हैं इस फर्शी पत्थर सुवाखेडा, खेडा राठोर,कुण्डला खदान क्षेत्र में सन्1999 मे भी ठेका अवधि सम्माप्त होने पर मजदुर और खनवारीयो के निवेदन पर मध्यप्रदेश शासन ने 1999 में माईनिग कोपर्रिशन बिठा कर रायल्टी व्यवस्था मजदुरो के हित मे चालू करवाई थीं,इस फर्शी पत्थर खदान क्षेत्र मे विगत् 100 वर्षो से भी ज्यादा हमारे पूर्वजो के द्वारा भी खदान काटने का कार्य किया जा रहा है। अत आसपास के 10 से 20 ग्राम जावद, सेगवा, कुण्डला,खोर,गुर्जरखेडी दामोदरपुरा मोरका महेशपुरीया,पालराखेडा, मोडी भरभडीया डुगलावदा,कनावटी, नीमच,सुवाखेडा आदी क्षेत्र से मजदुर काम करने आते है।इस फर्शी पत्थर खदान क्षैत्र मे उक्त खनवारीये व मजदुर कार्य करते आ रहे हैं उन्हे 1 या 2 हैक्टेयर कि छोटी -छोटी खदाने लिज पर दिजाये मध्यप्रदेश शासन द्वारा दि जाये। जिसेसे गरीब खनवारीयो के परिवार का भरण पोषण होता रहे और मध्यप्रदेश शासन को भी राजस्व प्राप्ती होती रहे ।इस खदान रायल्टी के विषय में विगत कई बार कलेक्टर महोदय,खनीज अधिकारी महोदय को सभी खनवारीयो द्वारा आवेदन दिया गया है। प्ररन्तु इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई।दिए गए आवेदन में मांग की गई कि वर्तमान समय में भी श्रमिको व खनवारियो के हितो को ध्यान मे रखते हुऐ ऐसी रायल्टी व्यवस्था या भण्डारण व्यवस्था कि जाये जिससे गरीब श्रमिक खनवारियो के परिवारो का भरण पोषण होता रहैं।