logo

डीजीपी के निर्देशों पर भारी पड़ रहा है पुलिस थाना सिंगोली का मोह

बार बार सिंगोली थाने पर पदस्थापना क्यों मिल रही है

सिंगोली(निखिल रजनाती)। अन्तरप्रान्तीय सीमा के कारण नीमच जिले का पुलिस थाना सिंगोली एक ऐसा पुलिस थाना है जिस पर पुलिसकर्मियों का इतना मोह है कि हर पुलिस वाला अपनी पदस्थापना सिंगोली के पुलिस थाने पर चाहता है और इसी के चलते मध्यप्रदेश के पुलिस मुखिया के निर्देशों पर भारी पड़ रहा है पुलिसकर्मियों का मोह।उल्लेखनीय है कि 10 जून 2025 को मध्यप्रदेश के ईमानदार डीजीपी के द्वारा जारी किए गए एक आदेश के अनुसार थाना स्तर पर पुलिस की कार्यप्रणाली प्रभावी,पारदर्शी एवं जनउन्मुख बनाने के लिए किसी एक थाने में किसी भी कर्मचारी की एक पद पर पदस्थापना सामान्यतः 4 वर्ष या अधिकततम 5 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिये और किसी भी अधिकारी कर्मचारी को उपरोक्त अवधि की पदस्थापना पूर्ण होने के उपरांत पुनः उस पद पर उसी थाने में पदस्थ नहीं किया जाये वहीं किसी भी कर्मचारी की पृथक पदों पर किसी एक थाने में पुनः पदस्थापना में कम से कम 3 वर्षों का अंतराल अवश्य रखा जावे एवं आरक्षक से उपनिरीक्षक के पद पर किसी भी कर्मचारी की एक ही अनुविभाग में विभिन्न पदों पर कुल पदस्थापना अवधि 10 वर्ष से अधिक नहीं हो।इन निर्देशों के तहत उपरोक्त सेवाकाल में स्थानांतरण के साथ साथ अटैचमेंट की समयावधि भी शामिल की जावेगी।प्रदेश के डीजीपी द्वारा उपरोक्त शर्तें लागू की थी परंतु नीमच जिले के सिंगोली थाने में पदस्थ कुछ कर्मचारी अभी भी ईमानदार डीजीपी के निर्देशों का मुंह चिढ़ा रहे हैं और अपने सेवाकाल का अधिकतम समय सिंगोली या रतनगढ़ के थाना चौकी पर ही पदस्थ रह रहे हैं तो आखिर ऐसा क्या मोह और लालच है कि चार-पांच वर्षों तक सिंगोली थाने पर पदस्थ रहने के बावजूद 6-8 महीने किसी और थाना-चौकी पर पदस्थ रहकर पुनः जैक-जुगाड़ से थाना सिंगोली स्थानांतरण करवा लेते हैं।इस प्रकार कैसे ईमानदार डीजीपी की मंशा अनुरूप पुलिस की कार्यशैली प्रभावी और पारदर्शी होगी ? वरिष्ठ अधिकारियों को इस विषय में संज्ञान लेना चाहिए अन्यथा पुलिस महकमे के मुखिया के निर्देश हवा हवाई साबित हो जाएँगे जबकि 10 जून को जारी किए गए आदेश की पालना करने की समय सीमा 16 जून थी सूत्रों के अनुसार फिर भी डीजीपी के निर्देशों के क्रियान्वयन हेतु सिंगोली पुलिस थाने पर पदस्थ कुछ कर्मचारियों के निर्देशों के अंतर्गत आने पर भी स्थानांतरण नहीं हुए एवं जिनके हुए हैं उनकी भी रवानगी के अते-पते नहीं है!

Top