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विजिया मित्र मंडल द्वरा नीमच से हरिद्वारा के लिए रवाना हुई 23 वी लावारिस अस्थि कलश यात्रा

नीमच। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी विजिया मित्र मंडल द्वारा 23 वीं लावारिस अस्थि कलश यात्रा 19 मार्च बुधवार को नीमच सिटी रोड स्थित मुक्तिधाम से सुबह 8 बजे प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई रेल्वे स्टेशन पहुंची। अस्थि कलश यात्रा में बैंड बाजे पर मानो तो मैं गंगा मां हूं ना मानो तो बहता पानी, गंगा तेरा पानी अमृत, हर हर भोले नमः शिवाय, शिव रामेश्वराय हर हर भोले नमः शिवाय... गंगा धराय शिव गंगा धाराय.. आदि गंगा माता एवं शंकर भगवान के जीवन चरित्र से जुड़े के साथ विभिन्न स्वर लहरिया बिखर रही थी।अस्थि कलश यात्रा बारादरी चौराहा, बड़े बालाजी मंदिर, शीतला माता मंदिर, नृसिंह मंदिर, श्रीराम चौक, बिचला गोपाल मंदिर, घंटाघर चौक, शनि मंदिर, श्रीराम मंदिर, जाजू बिल्डिंग, बावड़ी वाले बालाजी मंदिर आदि नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई निकली। 11 अस्थि कलश को रथ में गुलाब टेंसु के फूलों से श्रृंगारित किया गया था। अस्थि कलशों पर मार्ग में श्रद्धालुओं ने स्थान-स्थान पर पुष्पांजलि अर्पित की। हरिद्वार जाने वालों में विजिया मित्र मंडल के गोपाल सिंहल, अनिल मित्तल, यशवंत जिंदल, प्रवीण मित्तल, राजेश गोयल,सीए दिलीप मित्तल, दिलीप गोयल, ब्रजेश बंसल, राकेश सफा, अरुण सैनी  आदि 11 सदस्य शामिल थे। 
इस अवसर पर विजिया मित्र मंडल के सदस्य नवीन गोयल, दिनेश पडेरिया, बाबूलाल गर्ग, अशोक वीरा पाराशर, सुनील चौरडिया, सत्यनारायण शर्मा, संजय सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे। इस वर्ष 11 निराश्रित लोगों की अस्थियां लेकर मंडल के सदस्यों ने हरिद्वार के लिए प्रस्थान किया। मंडल के सदस्य नीमच से रेल द्वारा चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से 4 बजे रेल द्वारा हरिद्वार के लिए प्रस्थान किया।  20 मार्च को हर की पैडी हरिद्वार पर पूर्ण विधि विधान से लावारिस व गरीब असहाय की अस्थियों का तर्पण किया जाएगा। उसके बाद गरीबों को भोजन, दक्षिणा भेंट की जाएगी।अस्थि कलश यात्रा के मार्ग में स्थान स्थान पर व्यापारी दुकानदारों, श्रद्धालु भक्तों महिलाओं समाज जनों द्वारा अस्थियों पर  अगरबत्ती, पुष्प श्रद्धा निधी चढाकर श्रद्धांजली अर्पित कर सहभागी बनें। विजिया मित्र मण्डल विगत कई वर्षों से लावारिस एवं गरीबों की अन्त्येष्टि भी करता आ रहा है। विजिया मित्र मण्डल विगत 22 वर्षों में करीब 629 अस्थियों को गंगा में विधिविधान से तर्पण विसर्जन कर चुका है। मंडल द्वारा गोमाबाई रोड स्थित गंगा वाटिका में विगत कई वर्षों से श्रद्धा निधि मूक प्राणी पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था भी कर रहा है।

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