सिंगोली (निखिल रजनाती)। सिंगोली क्षैत्र में 17 मार्च शुक्रवार को एक बार फिर हुई बेमौसम बरसात ने किसानों की चिन्ता बढ़ा दी है।उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक विक्षोभ के कारण लगातार हो रही बेमौसम बारिश से फसलें बर्बाद होने के कारण किसानों में मायूसी छा रही है क्योंकि अफीम और इसबगोल की फसल तो जहाँ पूरी चौपट होने की कगार पर है तो वहीं खेत में खड़ी या काटकर रखी गई सरसों की फसल सहित गेहूँ की फसल में भी किसानों को तगड़ा झटका रूक रूक कर लग रहा है है।शुक्रवार को भी दोपहर बाद अचानक बिगड़े मौसम के चलते लगभग 5.30 बजे बाद तेज रफ्तार की हवाएँ चली जिसके ठीक बाद बारिश भी शुरू हो गई जो कभी बूँदाबाँदी तो कभी तेज बारिश होती रही जिससे किसानों पर असहनीय मार पड़ रही है।तेज हवाओं के कारण कई खेतों में फसलें आड़ी-टेढ़ी हो गई।बताया जा रहा है कि इसबगोल की फसल में पानी लगते ही उसे बेकार मान लिया जाता है और जब लगभग आधे घंटे तक तेज गति से बारिश हो गई तो फिर यह फसल पूरी तरह चौपट हो ही गई है और लगभग ऐसी ही स्थिति अफीम की फसल को लेकर है क्योंकि इन दिनों अफीम के डोडों में चीरा लगाकर अफीम निकालने का काम भी जोरों पर है और इसी दरम्यान हुई बारिश के कारण डोडों से चिपकी अफीम पूरी तरह से धुल गई और चीरों से डोडों के अन्दर पानी घुस जाने की वजह से किसानों को न तो अफीम मिलेगी और न ही पोस्ता दाना मिलेगा क्योंकि डोडों के अन्दर पानी घुसने से डोडों के खराब होने की आशंका है।कुलमिलाकर बेमौसम बरसात रह रहकर किसानों के अरमानों पर पानी फेर रही है।बेमौसम बारिश के कारण सभी प्रकार की फसलों में नुकसान पहुंचा है लेकिन किसान सबसे ज्यादा चिंतित अफीम की फसल को लेकर है क्योंकि इस फसल की नुकसानी में किसानों को कहीं से भी किसी तरह का मुआवजा नहीं मिलना है बल्कि इसके विपरीत औसत अफीम नहीं दिए जाने के कारण किसानों को आगामी वर्ष के लिए पट्टा कटने का डर सता रहा है।इस प्रकार शुक्रवार को हुई बेमौसम की बारिश किसानों के लिए आफत की बारिश साबित हो गई है जिससे केवल नुकसान ही नुकसान पहुंचा है।मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार पिछले दो तीन दिन से मौसम बिगड़ा हुआ था और हल्की बूंदाबांदी जरूर हुई थी लेकिन शुक्रवार की शाम को गर्जना के साथ किसानों के लिए बरसी आफत की बारिश ने किसानों को रुलाकर रख दिया क्योंकि हाथ में आई हुई तैयार फसलें बर्बाद हो गई वहीं ठण्डी हवाओं और बारिश की वजह से मौसम पूरी तरह से ठण्डा हो गया।