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आरोग्य भारती, जिला नीमच द्वारा दो दिवसीय वन औषधि–चिन्तन तथा चेतना, कार्यशाला सम्पन्न 

नीमच। स्वस्थ व्यक्ति- स्वस्थ समाज-स्वस्थ ग्राम - स्वस्थ राष्ट्र का लक्ष्य लेकर अखिल भारतीय स्तर पर काम करने वाली संस्था आरोग्य भारती द्वारा वन-औषधि प्रचार प्रसार  कार्यशाला का दो दिवसीय  आयोजन, नीमच में सम्पन्न हुआ| कार्यक्रम के प्रथम दिन प्रात: शहर की प्रसिद्ध संकल्प पर्यावरण संस्था के सदस्यों के अभूतपूर्व सहयोग से आरोग्य संकल्प वाटिका में पौधारोपण कर वन औषधि के प्रचार प्रसार का कार्य हाथ में लिया गया । इस अवसर पर  20 से अधिक औषधीय पौधों का रोपण किया गया । रात्रि को वनोषधि चेतना और चिन्तन विषय पर  आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉक्टर अशोक वार्ष्णेय ने  वन औषधि एवं वनस्पति के औषधीय उपयोग पर दुर्लभ जानकारी तथा आरोग्य भारती के विभिन्न आयामों के बारे में विस्तार से बताया । मुख्य अतिथि श्रीमति स्वाति चौपड़ा ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कार्यक्रम में आये प्रतिनिधियों का नीमच में स्वागत किया तथा विषय की सराहना की । क्षेत्र के प्रसिद्ध चिकित्सक डाक्टर एल.बी.एस. चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए औषधिय पौधों के मानव स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभाव  पर प्रकाश डाला ।कार्यक्रम में धीर सिंह पवैया , आरोग्य भारती मालवा प्रांत के प्रचारक   व  प्रसिद्ध लेखक  एवं शंभू प्रसाद  गिरी मध्य क्षेत्र ग्राम  विकास प्रमुख , मध्य क्षेत्र संयोजक तथा विद्यालय स्वास्थ्य प्रबोधन आयाम के अखिल भारतीय प्रमुख भोलानाथ एवं डाक्टर दिवाकर पटेल , विभागाध्यक्ष आयुर्वेद सर्जरी उज्जैन आयुर्वेद महाविद्यालय की प्रभावी उपस्थिति रही । कार्यक्रम में नीमच शहर के प्रबुद्ध नागरिक डी एस चौरड़िया ,जगदीश लोगड, प्रमोद रामावत , श्यामसुंदर शर्मा , प्रहलाद राय गर्ग ,सतीश खंडेलवाल  , अनील जैन , डॉ अशोक जैन, कैलाश बाहेती , राजमल व्यास ,अम्बिका प्रसाद जोशी आदि उपस्थित रहे | कार्यक्रम की अध्यक्षता आरोग्य भारतीय मालवा प्रान्त के अध्यक्ष विष्णुसेन कछावा ने की। कार्यक्रम का संचालन ओमप्रकाश चौधरी व सुधा महावर ने किया | स्वागत भाषण व अतिथि परिचय डॉ आशीष जोशी ने दिया | कार्यक्रम के प्रारम्भ  में भादवामाता गुरूकुल के विद्यार्थी बटुकों द्वारा प्रभावी रूप से धन्वंतरी  स्तवन तथा तुलसी स्तवन प्रस्तुत किया |कार्यक्रम के दूसरे दिन वनोषधि प्रचार एवं प्रसार विषय पर आयोजित कार्यशाला में  महाकोशल, मध्यभारत, छतीसगढ़ ,मालवा  राजस्थान, के चित्तौड़गढ़, जयपुर तथा जोधपुर प्रांत  के वन औषधि आयाम से जुड़े 130 से अधिक  प्रतिनिधियों ने भाग लिया । कार्यशाला को संबोधित करते हुए , आरोग्य भारती के वन औषधि आयाम के राष्ट्रीय प्रमुख दिल्ली के डाक्टर दीपक तिवारी ने विभिन्न वनस्पतियों के औषधीय गुणों पर प्रकाश डाला । कार्यशाला को दैवीय आशीर्वाद  प्रदान करते हुए , धन्वंतरि पीठ के महामंडलेश्वर सुरेशानंद जी शास्त्री गुरूजी ने कहा की आयुर्वेद चिकत्सा नही अपितु जीवन पद्धति है | हम अपनी रसोई में उपलब्ध मसाले और आस पास मिलने वाली विभिन्न वनस्पतियों का उचित उपयोग कर स्वस्थ रह सकते हैं | जल संवर्धन पर डाक्टर हितेन्द्र राम  , भोपाल ने प्रकाश डाला । कार्यशाला में आरोग्य भारती के आगामी वर्ष के कार्यक्रमों का विवरण तथा विवेचन किया गया जिसमें , हर जिले में औषधीय पौधों का रोपण तथा उनकी जानकारी देना , घरों में किचन गार्डन तथा टेरेस गार्डन लगाने की प्रेरणा देना तथा औषधीय पौधों का एक बैंक बनाकर उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने का मार्गदर्शन दिया गया जिससे आम नागरिकों के स्वास्थ्य में लाभ तथा आरोग्य में मदद मिल सके।कार्यशाला  में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों के  सामुहिक योग कार्यक्रम का  शहर के युवा योग प्रशिक्षक नकुल जैन द्वारा अत्यंत प्रभावी रूप से संचालित किया गया | कार्यशाला की उल्लेखनीय प्रस्तुति रही औषधि  एवं वनस्पति प्रदर्शनी जिसे आरोग्य भारती नीमच की श्रीमती ज्योति मेहता ,श्रीमती पुष्पलता सक्सेना और निकिता सिंहल  द्वारा  प्रदर्शित किया गया । 60 से अधिक जीवंत पौधों का  तथा 45 से अधिक औषधीय गुणों वाले खाद्य प्रदार्थों के बारे में विवरण प्रदर्शित किया गया।प्रदर्शनी का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर डाक्टर अशोक वार्ष्णेय  ने किया तथा सभी आमंत्रित अतिथियों ने प्रदर्शनी की भूरी-भूरी प्रशंसा की । आरोग्य भारती की नीमच ज़िला इकाई के प्रमुख अजय भटनागर द्वारा आभार व्यक्त करते हुए नीमच जिले में आरोग्य भारती की गतिविधियों का अपने साथियों के साथ विस्तार करने  का संकल्प लिया गया |

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