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 शीत लहर व पाला गिरने से फसलों को हुआ नुकसान

कुकडे़श्वर--बार-बार के प्राकृतिक प्रकोप के चलते बेचारा किसान हमेशा की तरह इस बार भी प्राकृतिक प्रकोप के कहर के चलते फसलों में हुए नुकसान से मायूस हुआ किसान विगत दिनों हुए मावठे के बाद लगातार चल रही ठंडी हवा शीतलहर व घने कोहरे के साथ ही पाला  गिरने से इस बार किसानों के मुंह में आया निवाला छीना जा रहा है कुकड़ेश्वर क्षेत्र के हल्को  दांता, रतनपुरा, फुलपुरा, हामाखेड़ी,दुदीखेडा़ व कुकड़ेश्वर के कई निचले इलाकों में धनियें की फसलें इस ठंड से जलकर नष्ट हो गई दूसरी ओर मध्य प्रदेश शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व में पूरे प्रदेश में किसानों के हुए नुकसान का सर्वे करवाने के आदेश देने के बाद भी उक्त हलकों में आज दिन तक राजस्व विभाग का कोई भी अधिकारी,कर्मचारी सर्वे करने नहीं गया जिस पर किसान ललित मालवीय ने सीएम हेल्पलाइन 181 पर फोन लगाया तो वहां बताया गया कि आप तहसील टप्पे पर आवेदन दो किसान का कहना है कि  धनियें की फसल ठंड से जल चुकी और नष्ट हो चुकी फसल का सर्वे करें तो हम खेत की हकाई  कर निजात पाएं सरकार मुआवजा दे या ना दे हम तो बर्बाद हो चुके हैं। इसी प्रकार रतनपुरा के किसान घनश्याम धनगर ने बताया कि बार-बार के प्रकोप से किसान बर्बाद हो रहा है लगातार चल रही शीत लहर और पाला गिरने से धनिया अफीम चने की फसल को नुकसान हुआ है इसी प्रकाश कुकडेश्वर के किसान अर्जुन मालवीय ने बताया कि असगंध की फसल मैं 60 से 70 परसेंट का नुकसान हुआ है शासन को फसल का भी सर्वे करना चाहिए रामचंद्र लक्ष्मण जी ने बताया कि अजवाइन की फसल भी पूरी तरह से जलकर नष्ट हो गई है कुल मिलाकर इस बार प्राकृतिक प्रकोप से किसानों को नुकसान हुआ जबकि इस बार अच्छी बारिश होने से सभी में खुशी थी और फसलें भी अच्छी खेतों में खड़ी लह लहा रही थी लेकिन कहते हैं कि किसान दिन रात मेहनत करके अपने बच्चों की तरह फसल को पाल पोस कर बड़ा करता है और इस प्रकार के प्राकृतिक प्रकोप से सब कुछ नष्ट होकर कर्ज के बोझ तले दबा चला जाता है । इस बार धनिया अजवाइन इसबगोल असगंध चने की फसल को काफी नुकसान हुआ क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व शासन प्रशासन शीघ्र ध्यान देकर फसलों का मौका मुआयना कर शीघ्र ही मुआवजा दे उक्त मांग किसानों ने कहीं।

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