नीमच। धरती पर रहने वाले सभी जीवो पर जीव दया करना चाहिए तभी हमारी आत्मा शांति के साथ जीवन जी सकती है। मनुष्य जीवन में जन्म लेने के बाद हम परमात्मा के उपदेशों के प्रति संदेह की भावना नहीं उदारता की भावना रखें।जीव दया बिना आत्मा का कल्याण नहीं हो सकता है। यह बात ध्यान कीर्ति विजय जी महाराज ने कही। वे श्री जैन श्वेतांबर भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर मंडल ट्रस्ट ,श्री वर्धमान जैन स्थानक वासी संघ जैन कॉलोनी, दिगंबर जैन समाज, साधु मार्गी जैन श्रावक संघ,श्री सौधर्म वृहत तपोगच्छीय त्रिस्तुतिक श्री संघ नीमच सिटी,श्री तेरापंथी सभा नीमच,श्री वर्धमान जैन स्थानक वासी श्री संघ नीमच सिटी, एवं सकल जैन समाज नीमच के तत्वावधान एवं साध्वी अमित गुणा श्री जी,अमीदर्शा श्री जी महाराज साहब की पावन निश्रा में महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव पर मिडिल स्कूल मैदान पर आयोजित कार्यक्रम की पावन श्रृंखला में आयोजित धर्म सभा में बोल रहे थे ।उन्होंने कहा कि सम्यक दर्शन श्रद्धा, ज्ञान दर्शन चारित्र का पालन मोक्ष मार्ग को प्राप्त कराता है। रात्रि भोजन का त्याग करना चाहिए।ताकि जीव दया का पालन हो सके। चरित्र के पालन बिना मोक्ष का मार्ग अधूरा रहता है। वाहन के रास्ते में आने वाला स्पीड ब्रेकर वाहन चालक को दुर्घटना से बचाता है उसी प्रकार पाप कर्मों के त्याग से ही मनुष्य जीवन सुरक्षित आगे बढ़ाता है।कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा भगवान महावीर स्वामी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर अतिथियों द्वारा किया गया। गुरु वंदना विजय छाजेड़ द्वारा करवाई गई। धर्म सभा में साध्वी अमीपूर्णा श्री जी महाराज साहब,अमी दर्शा नीमच की बेटी मृदृ पूर्णा श्री जी महाराज साहब, लब्धि पूर्णा श्री जी महाराज साहब, तृप्ति पूर्णा श्री जी महाराज साहब, प्राप्ति पूर्णा श्री जी महाराज साहब, नीमच की बेटी जिंनार्ग पूर्णा श्री जी महाराज साहब आदि का सानिध्य भी मिला।इसके पूर्व रथयात्रा सुबह 8:15 बजे से श्री भीड़भंजन पार्श्वनाथ मंदिरजी से प्रारंभ होकर टैगोर मार्ग, फव्वारा चौक, नया बाजार, घंटाघर, पुस्तक बाजार होते हुए मिडिल स्कूल ग्राउंड पर धर्मसभा में परिवर्तित हुई।धर्मसभा के बाद साधर्मिकवात्सल्य मिडिल स्कूल ग्राउंड पर समस्त नवकार मंत्र आराधकों का सकल समाज के साधर्मिकवात्सल्य आयोजित किया गया जिसके लाभार्थी श्री सकल जैन समाज नीमच था।सकल जैन समाज नीमच के सभी सदस्यों ने महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के सभी कार्यक्रमों में सपरिवार पधार कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई ।महावीर जन्म कल्याणक के अवसर पर रथयात्रा (जुलूस) में सभी पुरुष सफेद वस्त्र में एवं सभी महिलाएं केसरिया लाल गुलाबी साड़ी में सहभागी बनी। मार्ग में चालिस विधुत केन्द्र के समीप अखिल विश्व णमोकार मंत्र, टैगोर मार्ग पर जैन संगिनी उड़ान, कमल चौक पर वैश्य महासम्मेलन, संतोष चोपड़ा एवं साथियों द्वारा, दानागली चौराहे पर जैन सोशल ग्रुप नीमच ग्रेटर एवं संगिनी, विधायक दिलीप सिंह परिहार एवं उनके साथियों द्वारा जाजू बिल्डिंग के समीप डीपी ज्वेलर्स पवन मार्ग पर ओसवाल समाज बड़े समाज संगठन,पामेचा परिवार जैन सोशल ग्रुप यूनिकआदि सामाजिक संगठनों के पदाधिकारीयों द्वारा पेयजल एवं शीतल पेय पदार्थ का वितरण कर रथ यात्रा की अगवानी कर स्वागत किया गया।रथ यात्रा में सबसे आगे डीजे और बैंड बाजे पर भगवान महावीर स्वामी के जीवन चरित्र पर आधारित भजन कीर्तन की स्वरलहरिया बिखर रही थी। इसके साथ ही पीछे-पीछे चार युवक छत्रियां लिए चल रहे थे।मार्ग में स्थान स्थान पर जैन समाज के श्रद्धालु भक्तों द्वारा साधु साध्वी जनों का अक्षत गहुली से स्वागत का आशीर्वाद ग्रहण किया गया।समाज के श्रद्धालु भक्त महावीर स्वामी के तीन अलग -अलग चांदी के बेवाण में महावीर स्वामी को विराजित कर अपने कंधों पर लिए चल रहे थे।श्री भीड़ भंजन पार्श्वनाथ मंदिर में स्नात्र पूजन के लिए भगवान शांति नाथ की नवनिर्मित चांदी रजत प्रतिमा को अखे सिंह कोठारी एवं श्रीमती रश्मि कोठारी अपने गोद में लिए बग्गी पर विराजित थे।धर्मसभा का संचालन श्री भीड़भंजन पार्श्वनाथ मंदिर श्रीसंघ के सचिव मनीष कोठारी द्वारा किया गया।