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पल्स पोलियों व दस्तक अभियान को लेकर कलेक्टर मीडिया से हुवे रूबरू, दी अहम जानकारियां

नीमच। जिले में 23 जून से 25 जून तक तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है इसके साथ ही 25 जून से 27 अगस्त तक दस्तक अभियान की शुरुआत भी की जा रही है जिसको लेकर शुक्रवार को कलेक्टर दिनेश जैन जिला पंचायत सीईओ गुरु प्रसाद सहित जिला अस्पताल के चिकित्सक बीएल सिसोदिया व चिकित्सक मीडिया से रूबरू हुआ इस दौरान उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नीमच जिले में 23 से 25 जून तक पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की जा रही है इस दौरान विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी और जीरो से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी जिसको लेकर नीमच जिले में 1 लाख 6 हजार बच्चों का लक्ष्य रखा गया है और 1604 वैक्सीनेटर के माध्यम से यह कार्य किया जाएगा 107 सुपरवाइजर को भी इस काम में लगाया गया है जिले में 802 बूथ केंद्र बनाए गए हैं जिन पर पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी इसके अतिरिक्त 18 मोबाइल तीनों ब्लाकों में और शहरी क्षेत्र में भ्रमण कर बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाने का कार्य करेंगे, 23 जून को पोलियो के टिके भी बूथ पर ही लगाए जाएंगे, खाली मैदाने और कंस्ट्रक्शन एरिया में निवास करने वाले मजदूर परिवार के बच्चों को भी पल्स पोलियो अभियान में शामिल किया गया है और टीमों के माध्यम से उन्हें भी पल्स पोलियो की दवा दी जाएगी,कलेक्टर दिनेश जैन ने बताया कि वर्ष 2011 के बाद से भारत पोलियो मुक्त हो चुका है इसमें भारत को सफलता मिली है पाक और अफगानिस्तान में अभी भी पोलियो के कैसे मिल रहे हैं पोलियो मुक्त अभियान के तहत विभागों की बैठक भी ली गई है और अभी वर्तमान में शिक्षा का नया सत्र शुरू हो रहा है इसको लेकर भी शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि विद्यालय में आने वाले बच्चों और अभिभावकों को भी पल्स पोलियो अभियान के लिए जागरूक करें।बूथ व ग्राम लेवल पर तीनों ब्लाकों में पांच पांच सदस्यों की टीम बनाई गई है जो भी टीम हंड्रेड प्रतिशत दवा पिलाने का कार्य करेगी उन्हें विभाग द्वारा 5 हजार का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त 25 जून से 27 अगस्त तक दस्तक अभियान की शुरुआत भी की जा रही है जिसको लेकर भी अधिकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण उपरांत कलेक्‍टर जैन ने मीडिया को जानकारी प्रदाय करते हुए बताया कि यह अभियान 25 जून से प्रारंभ होकर, 27 अगस्त 2024 तक संचालित होगा। अभियान के दौरान 0 से 5 वर्ष तक के 95429 बच्चों की स्क्रीनिंग की जावेगी। इसके लिए क्षेत्रीय कार्यकर्ता को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है तथा ओआरएस एवं अन्‍य दवाईयां फिल्‍ड स्‍तर तक उपलब्‍ध कराई जा चुकी है।

 

 

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