नीमच। कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष के आठवें दिन गोपाष्टमी का त्योहार मनाया जाता है जो गायों की पूजा के लिए समर्पित त्योहार है।मान्यता के अनुसार गोपाष्टमी वह विशेष दिन था जब नंद महाराज ने भगवान श्री कृष्ण और भगवान बलराम को गायों को चराने के लिए पहली बार भेजा था।हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय माना जाता है कहते हैं गाय की पूजा करने से 33 करोड़ देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।शुक्रवार को गोपाष्टमी के अवसर पर स्थानीय नीमच सिटी थाने के पीछे पीजी कॉलेज के समीप गौ सेवा दल पीड़ित उपचार शाला में गो पुत्र सेना गौ सेवा दल एवं मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट और जैन दिवाकर संगठन द्वारा गौ माता व गो वंश को सजाया गया एवं पूजा अर्चना कर हरी घास गुड़ दलिया खिलाया गया। गौ सेवा दल के सदस्य पार्थ जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे भारतवर्ष में गोपाष्टमी के अवसर पर गौ माता की पूजा अर्चना की जाती है उसी तारतम्य में आज गो पुत्रों एवं गौ सेवा दल सहित अन्य संगठनों द्वारा गौ माता को गुड़ चना दलिया एवं हरी घास खिला कर उनकी पूजा-अर्चना की गई। साथ ही गौ सेवा संगठनों द्वारा व तस्करी रोकने व गौ माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा देने की मांग भी की गई।