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आर्मी में सेलेक्ट हुआ नीमच निवासी युवक,चर्चा में बताए कामियाबी के राज़,इन्टरनेट और किताबों का लिया सहारा


नीमच। अगर तदबीर की जाए तो तकदीर भी बदलती है यह कहावत नीमच निवासी जावेद अंसारी ने सही साबित की. जावेद ने बगैर किसी  कोचिंग के सीडीएस यानी कंबाइंड डिफेन्स सर्विसेज की परीक्षा कड़ी मेहनत से क्लियर की.जिसके बाद वह इडियन मिलट्री एकेडमी देहरादून में करीब डेढ़ साल जेंटलमैन कैडेट के तौर पर ट्रेनिंग हासिल करेंगे.जावेद ने बताया कि उन्होंने संसाधनो की कमी के चलते इन्टरनेट और किताबों से पढ़ाई की.वह कोचिंग भी नहीं गए.कई किताबें तो उन्होंने उधार ली. जावेद कहते हैं कि अगर लक्ष्य निर्धारित कर लिया जाए तो उसे मेहनत के बूते पाया जा सकता है.मैंने लिखित परीक्षा से लेकर फिजिकल एग्जाम की तैयारी नीमच में ही की और कई बार असफल होने के बाद अब कामियाबी की सीढ़ी चढ़ पाया हूँ जावेद के चयनित होने पर क्रमांक दो मैदान पर उनका स्वागत किया गया.उल्लेखनीय है कि पिछले 2 साल में यह तीसरा सिलेक्शन है जो कि भारतीय सेना में अपनी सेवाएं देंगे.सम्मान समारोह के दौरान डिफेंस एकेडमी के संचालक व पूर्व सैनिक संगठन नीमच के जिलाध्यक्ष  सुनील किलोरिया, पूर्व सैनिक संगठन के कोषाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चैहान, अर्जुन मालवीय, दशरथ पाटीदार, गौरव सोनी, गणपत मेघवाल सहित कई अभ्यर्थी मौजूद थे।
 

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