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हर घर में तीर्थंकर पैदा नहीं होते - श्री जयश्री जी   


सिंगोली।14 अप्रैल गुरुवार को भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव के पावन अवसर पर श्रीवर्धमान जैन स्थानक भवन में आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए  पूज्या श्री जयश्री जी म.सा ने कहा कि तीर्थंकर हर घर में पैदा नहीं होते हैं राम और महावीर को जन्म देने के लिए सौ- सौ जन्मों के पुण्य की आवश्यकता होती है। भगवान महावीर ने हमारे जीवन के उद्धार का पथ दिखलाया था पर हमने उसके उपर एक बिन्दी लगाकर पंथ कर दिया और पंथो में बंटकर पथ से भटकने लगे है। महावीर जयंती तो हर वर्ष आती है पर इसे मनाना तभी सार्थक होगा जब हम महावीर के बताये मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बनाने का प्रयास करे।धर्म सभा को राजश्री जी म सा ने भी संबोधित करते हुए कहा कि महावीर को पाना है तो  माता त्रिशला और पिता सिद्धार्थ बनना होगा और अपनी संतानो को शिक्षा के साथ ही संस्कार भी देना होंगे।साथ ही उन्हें फूल नहीं पत्थर बनाये ताकि दुनिया के हर थफेड़े को सहकर भी अपने पथ से नहीं भटके।इस अवसर पर समाज अध्यक्ष प्रकाशचन्द नागौरी,नाथुलाल गांधी,दिलीप पिछोलिया,कन्हैयालाल मेहता,बालिका मंडल की बालिकाओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम का संचालन मंत्री पवन मेहता ने किया।

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