नीमच। शाहबुद्दीन बाबा का उर्स हर वर्ष 21 अप्रैल से शानो शौकत से मनाया जाता है लेकिन विगत 2 वर्षों से कोरोना के चलते यह सिलसिला बंद हो गया था इस वर्ष भी रमजान मुबारक माह के कारण उर्स शरीफ नहीं मनाते हुए केवल बाबा के आस्ताने में कुरान ख्वानी व चादर शरीफ पेश की गई। उक्त मामले में बाबा साहब उद्दीन रहमतुल्लाह अलेह उर्स कमेटी के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिवर्ष 21 अप्रैल से बाबा शहाबुद्दीन का तीन दिवसीय उर्स समारोह शानो शौकत से मनाया जाता है जिसमें बाहर के कव्वाल सहित कई जायरीन यहां तशरीफ़ लाते हैं ओर बाबा के उर्स में शामिल होते है। परंतु विगत 2 वर्षों में कोरोना काल के चलते यह सिलसिला बंद कर दिया गया था वहीं इस वर्ष कोरोना को बंदिश तो नहीं है परंतु रमजान मुबारक माह के कारण उर्स शरीफ नहीं मनाया जा रहा है आज गुरुवार को कमेटी द्वारा बाबा शाहबुद्दीन के 124वे उर्स के अवसर पर बाबा के आस्ताने में कुरान ख्वानी और चादर शरीफ की रस्म अदा की गई।