नीमच से बस में चढ़े दो तस्कर, नयागांव में खड़ी मिली सेंट्रल नारकोटिक्स की टीम, बैग छोड़कर भागे तस्कर
नीमच। तस्कर तस्करी के नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। ट्रक, बाइक व लग्जरी कारों से तस्करी करने के वाक़िये तो कई सुने होंगे, लेकिन आजकल तस्करी के लिए ट्रेवल्स बसों का उपयोग भी होने लगा हैं। जी हाँ शनिवार रात करीब 9 बजे ऐसा ही एक वाकया नीमच में घटित हुआ। जब तस्कर ने अवैध मादक पदार्थ की तस्करी के लिए ट्रेवल्स बस को चुना...। रात के 9 बज रहे थे, नयागांव टोल प्लाजा पर वाहनों का निर्बाध आवागमन जारी था। बसें, ट्रक, कारें निरंतर टोल से गुजर रही थी। टोल क्रॉस करते ही केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने अपना जाल फैला रखा था। जांच के लिए वाहनों को रोकना शुरू किया। टीम का टारगेट ट्रेवल्स बसें थी, पहली ट्रेवल्स की बस को रोका, जांच की, बस की तलाशी ली, कुछ नहीं मिलने पर बस को रवाना कर दिया। पहली ट्रेवल्स बस रवाना होने ही वाली थी कि आवाज आई पकड़ लिया..., पकड़ लिया..., पकड़ लिया...! देखा तो पीछे एक अन्य ट्रेवल्स बस को रोककर, तलाशी ली जा रही थी, इसी दौरान दो संदिग्ध बस की खिड़की से कूदकर भागते दिखे। टीम पीछे आरोपी आगे। आरोपी खेतों में विलोपित हो गए, लेकिन उसकी सीट से दो पिट्ठू बैग मिले, जिनमें अवैध मादक पदार्थ भरा हुआ था। दरअसल नीमच से जयपुर के बीच चलने वाली गायत्री ट्रेवल्स की बस क्रमांक आरजे 09 पीए 7755 रोजमर्रा की तरह ही शनिवार को भी 8.30 बजे नीमच से जयपुर के लिए रवाना हुई। बस जैसे ही चली, तभी बस में दो आदमी बैग के साथ चढ़ गए। इन दोनों व्यक्तियों के बैग में अवैध मादक पदार्थ भरा था, लेकिन इन व्यक्तियों यह नहीं पता था कि नयागांव में केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम इनका इंतजार कर रही हैं। बस जैसे ही नीमच से नयागांव पहुंची और नयागांव टोल क्रॉस किया, थोड़ी ही दूर हाईवे स्थित होटल मधुबन के सामने केन्द्रीय नारकोटिक्स की टीम खड़ी मिली। टीम को देखकर तस्करों के पैरों तले जमीन खीसक गई। हड़बड़ाहट में तस्करों को कुछ नहीं सुझा। दोनों तस्कर पिट्ठू नुमा सीट पर ही छोड़कर बस की खिड़की से कूद गए। इसी दौरान नारकोटिक्स टीम की नजर तस्करों पर पड़ी और उन्होंने तस्करों का पीछा करना शुरू कर दिया। तस्कर आगे-आगे, नारकोटिक्स टीम पीछे-पीछे। कुछ देर तक यह सिलसिला जारी रहा। इसके बाद तस्कर अंधेरे में खेतों की तरफ भाग गए। जब टीम ने बस की तलाशी ली तो तस्कर जिस सीट पर बैठे थे, वहां बैग मिले। तलाशी ली तो दोनों बैग में डोड़ाचूरा भरा मिला। गायत्री बस की चेकिंग के दौरान टिकट के मुताबिक सीट नम्बर 1 पर राहुल नामक व्यक्ति बैठा था। इसके अलावा उसके साथ अन्य व्यक्ति था। जिससे माना जा रहा हैं दोनों तस्करों में से एक राहुल था।
मुखबिर सूचना तंत्र-
केन्द्रीय नारकोटिक्स की टीम ने अधिक तो कुछ नहीं बताया, लेकिन यह बात पता चली है कि टीम मुखबिर तंत्र की जानकारी के बाद नयागांव टोल नाके पर पहुंची थी। मुखबिर तंत्र तो काम कर गया, लेकिन तस्कर भागने में सफल रहे।