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स्व. खण्डेलवाल का समाज में अतुलनीय योगदान-गौतम,कविताएं सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता


नीमच महेन्द्र उपाध्याय। स्व. गोपाल खण्डेलवाल पत्रकार रहते हुवे समाज के मुद्दों को उठाते रहे है वहीं मीसाबंदी रहकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए त्याग भी किया है। शिक्षा व अनुशासन का पाठ भी उन्होंने हमें पढ़ाया। उनका समाज में अतुलनीय योगदान रहा जिसे जीवित रखना आवश्यक है।उक्त कथन समारोह के मुख्य अतिथि कृष्णा यूनिवर्सिटी एवं आर्यव्रत यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति(चांसलर) डॉ बृजेन्द्र सिंह गौतम ने स्व. गोपाल खण्डेलवाल के जीवन पर प्रकाश डालते हुवे कहे।कुलाधिपति गौतम ने कहा कि समाज को अध्यापक से अच्छी दिशा कोई नहीं दे सकता। पत्रकर जो समाज का चौथा स्तम्भ ओर एक आईना है।अध्यापक, शिक्षा व सरस्वती की प्रतिमामूर्ति हो गई ओर जो कलम का धनी होगा उससे अच्छा कोई पत्रकार नहीं हो सकता। मीसाबंदी वो भी समाज के लिए एक बहुत बड़ा त्याग है।चांसलर गौत्तम ने कहा कि वर्तमान में चल रहे वाट्सएप्प एवं फेसबुक के जमाने मे इतने सारे बुद्विजीवी कवियों को सुनते आए है। कवि वो शख्शियत है जिनका भारत की आजादी में अभूतपूर्व योगदान रहा जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता।तौमर ने कहा कि समारोह के आयोजक विवेक खण्डेलवाल के द्वारा पिताजी की स्मृति में पत्रकारिता सम्मान, चिकित्सा शिविर, पर्यावरण,मानव सेवार्थ कार्य के साथ आज जो काव्य पाठ का आयोजन रखा इस कार्य की भूमिका से समाज को नई दिशा मिलेगी।मीसाबंदी एवं वरिष्ठ पत्रकार गोपाल खण्डेलवाल स्मृति कवि सम्मेलन का आयोजन शिक्षक सहकार भवन पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कुलाधिपति डॉक्टर ब्रजेन्द्र सिंह तोमर व समाजसेवी रमेश कदम,स्वास्थ्य अधिकारी श्याम टांकवाल, सुरेश खण्डेलवाल द्वारा स्व. खण्डेलवाल के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया।स्थानीय कवियत्री रजिया सुल्ताना ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से कवि सम्मेलन प्रारंभ किया।कवि सम्मेलन में अंचलों से आये दस कवियों ने श्रोताओं को अपनी, कविता,गीत,गजल,ओज हास्य,व्यंग्य की रचनाओं से भाव विभोर कर दिया। कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों में धर्मेन्द्र शर्मा 'सदा',श्रीमती पंकज धींग, भेरूभाई सुनार, झमकलाल सोनी, राधेश्याम शर्मा, रजिया सुल्ताना,वर्षा पटवा, वन्दना योगी,डॉ माधुरी चौरसिया आदि ने एक से बढ़कर एक कविता, हास्य, वीर रस, श्रंगार देश भक्ति,कोरोना काल आदि पर अपनी बात रखते हुए लोगों को बहुत हंसाया ओर दिलों पर छाप छोड़ी। साहित्यकार प्रमोद रामावत 'प्रमोद द्वारा कवि सम्मेलन का संचालन कर सभी श्रोताओं को बांधे रखा।समारोह में वीणा गोपाल ट्रस्ट के वरुण खण्डेलवाल,विवेक खण्डेलवाल,डॉ दीपक सिंहल, डॉक्टर स्वप्निल वधवा,बाबूलाल गौड़, डॉ परवेज मंसूरी,डॉ अनूप मंगल सहित अन्य द्वारा मुख्य अतिथि एवं कवि गणों का शाल श्रीफल से सम्मान किया। समारोह में कई समाजसेवी व साहित्य प्रेमी मौजूद रहे।स्मृति समारोह का संचालन विवेक खण्डेलवाल एंव आभार प्रर्दशन वरुण खण्डेलवाल द्वारा माना गया।

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