नीमच। महेन्द्र उपाध्याय।अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में विभिन्न केंद्रीय एवं उपजेलों में गायत्री मंत्र बॉक्स स्थापित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जिला जेल कनावटी में भी गायत्री मंत्र बॉक्स स्थापित किए गए। साथ ही कैदी भाईयों-बहनों को गायत्री मंत्र लेखन एवं साहित्य भेंट किया गया।उक्त मामले में गायत्री परिवार के सदस्य गिरिराज सिंह चौहान ने जानकारी देते बताया कि अखिल विश्व गायत्री परिवार की पहल पर जेलों का वातावरण शुद्ध,सात्विक एवं आध्यात्मिक बनाने हेतु जेलों में गायत्री मंत्र बॉक्स एवं मंत्र लेखन के साथ ही उत्तम साहित्य भेंट किया जा रहा है। क्योंकि गायत्री मंत्र वेद मंत्र एवं सद्बुद्धि का मंत्र है जिसके जप और गुंजन से सात्विक व आध्यात्मिक वातावरण निर्मित होता है।कार्यक्रम में गायत्री परिवार बुधनी के वरिष्ठ परिजन प्रेमलाल कुशवाह ने कहा कि आज समस्त संसार में वैचारिक प्रदूषण हो रहा हैं जिसके कारण लोगों की बुद्धि दुर्बुद्धि में परिवर्तित हो गई है, यही कारण है कि लोग आपराधिक प्रवृत्तियों को अपनाते हैं और अपराधी बन जाते हैं। दुर्बुद्धि को सद्बुद्धि में परिवर्तित करने का सरल एवं सुगम मार्ग गायत्री मंत्र है।जेलों में गायत्री मंत्र की गुंजन से कैदियों की बुद्धि, विचार एवं भावनाओं में परिवर्तन होगा,जिससे वह दुषप्रवृत्तियों से छूटकर सत्प्रतियों को अपनाएंगे और सत्प्रवृत्तियां को अपना कर अपना आगे का जीवन सुखी एवं मंगलमय बनाएंगे।समाज हित में रचनात्मक कार्य करते हुए सर्वे भवंतु सुखिन- के उद्देश्य से जेलों में गायत्री मंत्र बॉक्स स्थापित किए हैं।कार्यक्रम में गायत्री परिवार की श्रीमती सिद्दू बहन जी एवं श्रीमती मीनाक्षी शाह द्वारा प्रेरक प्रज्ञा गीत की प्रस्तुति दीगई। इस अवसर पर कैदियों द्वारा एक बुराई के रूप में व्यसन,क्रोध, ईर्षा,अपराध प्रवृत्ति के त्याग का संकल्प लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जेल अधीक्षक वाय.के.मांझी,सहा.अधीक्षक डॉ.अंशुल गर्ग सहित स्टॉफ सदस्यगण एवं कैदी उपस्थित रहे।