logo

मन्त्री व पुलिस थाने के घेराव के बाद लिखी गई एफआईआर,एक गिरफ्तार,बाकी फरार 

जमीनी विवाद में चली गोली को टीआई ने बताया था पटाखा

सिंगोली।सिंगोली तहसील के अंतर्गत आने वाले नजदीकी गाँव फूंसरियाँ के समीप स्थित महाराजपुरा के एक खेत में जमीनी विवाद को लेकर 25 जून शनिवार को राजस्थान के 10-15 हथियारबन्द बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में बन्दूक से फायर करके मजदूरों पर किए गए ताबड़तोड़ हमले की घटना के बाद पुलिस थाना सिंगोली में रिपोर्ट दर्ज कराने गए लोगों को पुलिस ने डरा धमकाकर भगाने का प्रयास किया वहीं बन्दूक से फायर किए जाने की घटना को हल्के में लेते हुए अपराधियों से साँठगाँठ एवं भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे सिंगोली पुलिस थाने के टीआई रमेशचंद्र डाँगी ने पटाखा चलना बता दिया और घटना की रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी की जिससे लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर आक्रोश व्याप्त हो गया और देखते ही देखते स्थानीय तिलस्वां चौराहे से पुलिस थाने तक उग्र भीड़ के रूप में सैंकड़ों लोग सड़क पर उतर कर पुलिस प्रशासन के विरूद्ध मुर्दाबाद की नारेबाजी करते हुए एक तरफ जहाँ चौराहे पर जाम लगा दिया और पुलिस थाने को भी घेर लिया जबकि कुछ व्यापारियों ने भी अपने अपने व्यावसायिक संस्थान बन्द कर दिए और इसी गर्मागर्मी के माहौल के दौरान कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भी पहुँचे तो लोगों द्वारा मन्त्री का भी घेराव कर पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर श्री सखलेचा को लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा जिसके बाद हरकत में आई पुलिस को आनन फानन में आरोपी बदमाशों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करना पड़ा।जानकार सूत्रों का तो यहाँ तक कहना है कि खेत पर मजदूरों के साथ किए गए हमले की घटना के विरोध में मजदूरों के साथ रिपोर्ट लिखवाने के लिए थाने पहुँचे नगर के एक सम्भ्रान्त परिवार के व्यापारी जिन्हें खेत का मालिक बताया जा रहा है उनके साथ की गई अभद्रता और पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज करने में की गई टालमटोल से लोगों का गुस्सा भड़क गया लेकिन जनता के आक्रोश से माहौल बिगड़ता देखकर पुलिस आरोपी बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए मजबूर हो गई जिसके बाद पुलिस थाना सिंगोली में 2 नामजद सहित 10-15 आरोपियों के विरूद्ध भादवि की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया वहीं मामले में बढ़ते हुए जनाक्रोश के दबाव के कारण एफआईआर दर्ज करने के बाद कुछ ही घण्टों में बदमाशों में से एक मुख्य आरोपी की तुरत फुरत गिरफ्तारी भी हो गई लेकिन फिलहाल तो बाकी सभी अन्य आरोपी फरार हैं और समाचार लिखे जाने तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर बताए जा रहे हैं।घटना के बाद आरोपी बदमाशों की साँठगाँठ और स्थानीय पुलिस प्रशासन की भूमिका को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चाएँ चल रही है जो भी हो लेकिन सिंगोली जैसे शान्त क्षैत्र में इस प्रकार की घटना से भय और दहशत का माहौल है।उल्लेखनीय है कि घटना के बाद पुलिस के रवैये के प्रति लोगों में गहरी नाराजगी देखी गई इसी दौरान छिटपुट दुकानें जरूर बन्द हो गई थी लेकिन नगर के अन्य बाजारों में व्यावसायिक संस्थान पूरी तरह से खुले रहे और आम दिनों की तरह हालात सामान्य थे।

Top