नीमच।श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ नीमच छावनी के तत्वावधान में जैन दिवाकर गुरुदेव चौथमल जी महाराज साहब की जन्मस्थली धर्म नगरी नीमच में निंद्रा विजेता तपस्वी राज श्री लाभचंद जी महाराज एवंआचार्य सम्राट ध्यान योगी डॉ शिव मुनि जी महाराज प्रवर्तक विजय मुनि जी महाराज के आज्ञा अनुवर्ती नवकार मंत्र आराधक उप प्रवर्तक अरुण मुनि, सेवाभावी सुरेश मुनि, एवं गुरु ने हीरा सज्जन सुगन कुंवर जी महाराज साहब की दिवाकर दिव्य किरण मेवाड़ श्रेणी उप प्रवर्तनी प्रवर्तनी महा साध्वी शांता कुंवर श्री जी मसा, मधुर व्याख्यानी मंगल प्रभा श्री जी महाराज साहब, प्रवचन प्रभाविका नयन प्रभा श्री जी मसा, आदि थाना का भव्य चातुर्मास मंगल प्रवेश कार्यक्रम8 जुलाई शुक्रवार सुबह 7:30 बजे प्राइवेट बस स्टैंड स्थित विजय जैन गोल्डन मोगरा के आवास पर नवकारसी से प्रारंभ होगा । श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ रजिस्टर्ड ट्रस्ट जैन कॉलोनी नीमच छावनी श्री संघ के अध्यक्ष अजीत कुमार बंब मंत्री सागरमल मेहता, चातुर्मास समिति संयोजक सुनील बंब लाला श्रोता भंवरलाल देशलेहरा ने बताया कि चतुर्मास मंगल प्रवेश जुलूस प्राइवेट बस स्टैंड स्थित विजय जैन गोल्डन मोगरा क्या वर्ष से प्रारंभ होगा जो बारादरी चौराहा श्री बड़े बालाजी मंदिर चौराहा बिहार गंज चौराहा घंटाघर श्री राम चौक राजू बिल्डिंग पुस्तक बाजार ते हुए जैन कॉलोनी स्थित वर्धमान जैन स्थानक भवन पर पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित होगा। नवकारसी के धर्म लाभार्थी विजय सागरमल मोगरा परिवार होंगे। अखिल भारतीय श्वेतांबर स्थानाकवासी जैन कॉन्फ्रेंस जिला शाखा नीमच के अध्यक्ष संस्थापक अध्यक्ष मनोहर लाल शंभू बंब ,जिला अध्यक्ष विमल मोगरा ,श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन नवयुवक मंडल नीमच के अध्यक्ष लोकेंद्र घोटा, सचिव संजय गांधी,श्री जैन दिवाकर महिला मंडल अध्यक्ष लीला मांदरेचा, सचिव सपना पोरवाल नवकार,वर्धमान स्थानकवासी जैन महिला मंडल अध्यक्ष कल्पना मोगरा, सचिव कृष्णा चेलावत,श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन साधना बहु मंडल अध्यक्ष शिमला फाफरिया सचिव मोनिका मेहता ,चातुर्मास व्यवस्थापक नवयुवक मंडल के सचिन मोगरा, विभोर पितलिया ,मनीष पोरवाल नवकार, भोजन शाला प्रभारी संजय डांगी, आवास प्रभारी प्रशांत श्रीमाल ने समस्त जैन श्री संघ एवं माहानुभावों सदस्यों से सह परिवार सहभागी बनकर मांगलिक श्रवन, अमृत प्रवचन, साधु साध्वी वृंद के दिव्य दर्शन का धर्म लाभ का पुण्य गृहण कर जिन शासन में अभिवृद्धि का आह्वान किया।