चतुर्विद संघ के साथ 3 घंटे नवकार मंत्र जाप में उमड़े श्रद्धालु,
नीमच । नवकार मंत्र पूरे विश्व में एकमात्र मंत्र है जिसमें सर्व शक्तियां विद्यमान है। इसमें अरिहंत सिद्ध आचार्य उपाध्याय सर्व साधु को नमन किया गया।सर्व पापों का नाश करने में नवकार मंत्र सक्षम है।नवकार मंत्र के 1 पद में कई भवो पाप कर्मों की निर्जरा करने की शक्ति है। यह बात गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद् विजय श्री ऋषभ चंद्र सुरीश्वर जी म. सा .के शिष्य रत्न पियुष चंद्र विजय जी महाराज सा. ने कही।वे प्रेम प्रकाश जैन के आवास विकास नगर स्थित कृष्णा कुन्ज पर गुरुवार सुबह 11 से 1बजे तक आयोजित नवकार मंत्र जाप कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए बोल रहे थे ।उन्होंने कहा कि आज गुरु पुष्य नक्षत्र है हरियाली अमावस्या है और नवकार मंत्र का जाप चल रहा है धर्म यह त्रिवेणी बहुत कम देखने को मिलती है। नवकार मंत्र जाप आयोजन के लिए पगारिया परिवार साधुवाद का पात्र है।जिस हृदय में नवकार मंत्र रहता है दुनिया की कोई शक्ति उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती हैं। जो व्यक्ति नवकार मंत्र की शरण में जाता है उसकी आत्मा का कल्याण निश्चित होता है ।देव गुरु धर्म में भी नवकार मंत्र की आराधना में रहती है। संसार के प्रति भावना हमें भटकाती है। और नवकार मंत्र हमें मोक्ष की ओर ले जाता है। आंधी हो चाहे तूफान हो नवकार मंत्र साथ है तो दुनिया का बड़े से बड़ा कष्ट मिट सकता है। नवकार मंत्र में सिद्ध मंत्र निहित होते हैं। साध्वी प्रशम निधि म. सा. ने कहा कि नवकार तत्व त्रय से रत्न त्रय की प्राप्ति का सशक्त माध्यम है। राग से वितरागता की ओर ले जाने का महामंत्र नवकार मंत्र है। जीवन का आधार नवकार मंत्र है। नवकार मंत्र संसार की यात्रा को विराम करने का मार्ग दिखाता है। नवकार मंत्र जाप संसार के कष्टों से राहत दिलाता है। जाप कार्यक्रम में साध्वी प्रगुणाश्रीजी पावन निश्रा व प्रमोदिता श्रीजी प्रशम निधि ,सरकार निधि ,संस्कार निधि महाराज सा का सानिध्य भी मिला। पियूष चंद्र विजय जी की प्रेरणा से चातुर्मास काल के मध्य विश्व शांति व सुख समृद्धि खुशहाली के उद्देश्य से नवकार मंत्र जाप आयोजित किया गया है।चातुर्मासिक धार्मिक तपस्या की श्रृंखला में 3 घंटे का अखंड नवकार मंत्र का जाप का आयोजन किया गया । जिसमें बड़ी संख्या में समाज जन सहभागी बनें।