सिंगोली(निखिल रजनाती)।भगवान भोलेनाथ की भक्ति के पवित्र श्रावण माह में यहाँ के स्वर्गीय डॉ. किशनलाल दग्दी की पुण्य स्मृति में दग्दी परिवार द्वारा स्थानीय बजरंग व्यायामशाला में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक पंडित बालकृष्ण दुबे(सुनेल)ने भगवान शंकर की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि शिव का स्वरूप कल्याणकारी है।04 अगस्त गुरुवार को श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन दोपहर 12 से 4 बजे तक हुए आयोजन में भगवान शिव की सुन्दर झाँकी भी प्रस्तुत की गई इसी दौरान पंडितजी ने बताया कि भगवान शिव महादेव हैं,आदिदेव हैं इसलिए वे प्रथम देव हैं और ये शीघ्रता से प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा बरसाने वाले हैं।इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को पंडित दुबे ने शुकदेव मुनि के जन्म के प्रसंग की कथा कहते हुए बताया कि श्रीमद्भागवत कथा में केवल सत्य की वंदना की गई है जबकि अन्य धार्मिक ग्रन्थों के आरम्भ में देवताओं की वंदना का वर्णन मिलता है मनुष्य के जीवन में विवेक का बड़ा महत्व है क्योंकि मनुष्य जीवन में रूप,यौवन,सम्पत्ति और पद प्राप्त कर लें परन्तु उसमें विवेक नहीं है तो ये चारों भी किसी काम के नहीं रह जाते हैं।विवेक ही हर परिस्थिति में मनुष्य का सच्चा मित्र और मार्गदर्शक है जिसके सहारे वह किसी भी स्थिति का मुकाबला कर सकता है।