सिंगोली(निखिल रजनाती)।स्थानीय बजरंग व्यायामशाला में 03 अगस्त बुधवार से स्वर्गीय डॉ किशनलाल दग्दी की स्मृति में शुरू हुए श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन कथा वाचक पंडित बालकृष्ण दुबे ने कहा कि आशीर्वाद संकल्प से बड़ा होता है इसलिए हमें हमेशा मातापिता,गुरूजनों और बड़ों का आशीर्वाद लेते रहना चाहिए क्योंकि यह जीवन की सभी व्यथा को मिटा देता है।आशीर्वाद दर्पण की तरह होता है जैसे दर्पण में प्रतिबिंब दिखाई देता है ठीक वैसे ही फल भी प्राप्त होता है।07 दिवसीय आयोजन के तहत शनिवार को पंडितजी ने वामन अवतार,राम अवतार,कृष्ण जन्म से जुड़े धार्मिक एवं पौराणिक कथाओं कथाओं के प्रसंग सुनाए।सावन के महीने में प्रतिदिन दोपहर 12 से 4 बजे तक धर्म की ज्ञान गंगा में उपस्थित श्रद्धालुओं को पंडित जी ने बताया कि श्रीराम और श्रीकृष्ण में कोई अन्तर नहीं है,दोनों ही पूर्ण हैं।श्रीराम ने दिन में 12 बजे अवतार लिया जबकि श्रीकृष्ण रात्रि 12 बजे अवतरित हुए हैं वहीं श्रीराम का जन्म महल में हुआ तो श्रीकृष्ण का जन्म जेल में हुआ था।