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अन्तिम सोमवार को पालकी में सवार होकर निकले बाबा भूतेश्वरनाथ 

सिंगोली(निखिल रजनाती)।08 अगस्त 2022 को सावन के चौथे और अंतिम सोमवार को भूतेश्वरनाथ महादेव की चौथी सवारी ढोल ढमाकों के साथ निकली।बरसों पुरानी परंपरा के अनुसार भोलेनाथ के भक्तों द्वारा सावन माह के चौथे एवं अन्तिम सोमवार को शाम 4 बजे बाबा की आरती के बाद सवारी भूतेश्वर महादेव मंदिर से प्रारम्भ हुई जिसमें परम्परागत बेवाण के साथ ही श्री चंद्रमौलेश्वर स्वरूप के प्रतीक के रूप में बाबा भूतेश्वरनाथ पालकी में सवार होकर सिंगोली नगर भ्रमण पर निकले जो वीर तेजाजी मार्ग,अहिंसा पथ,बापू बाजार से होते हुए लगभग सात बजे बाद ब्राह्मणी नदी के तट पर पहुँची जहाँ श्रद्धालुओं द्वारा बाबा की महाआरती की गई जिसके पश्चात प्रसाद वितरित किया गया।सवारी के दौरान सावन माह के अन्तिम सोमवार को श्रदालुओं में विशेष उत्साह दिखाई दिया विशेष तौर पर युवाओं और बच्चों द्वारा सवारी के  पूरे मार्ग में डमरू, ताशे,लेझिम बजाने के साथ ही भोले की भक्ति में सरोबार होकर नाचते-झूमते हुए भोले शम्भू भोलेनाथ,हर हर बम बम सहित भगवान शंकर के जयकारे लगाए गए वहीं ब्राह्मणी के तट पर पहुँची इससे पूर्व सवारी मार्ग में वार्ड नं 13 अहिंसा पथ पर भोले के भक्तों को दुधपाक एवं केले वितरित किए गए जबकि बापू बाजार में मध्यप्रदेश शिक्षक संघ द्वारा गुरुजी की ठंडाई पिलाई गई।ब्राह्मणी नदी के तट पर हुई बाबा की महाआरती में महिलाओं सहित बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद थे।इस दौरान स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने साम्प्रदायिक सौहार्द, आपसी प्रेम और साम्प्रदायिक सद्भावना की मिसाल पेश करते हुए भोलेनाथ की सवारी में मौजूद हिंदू भक्तों को प्रसाद के रूप में केले वितरित किए गए।इस दौरान  स्थानीय मुस्लिम समुदाय के प्रतिष्ठित व्यक्ति भी मौजूद थे।वहीं सवारी के दौरान पुलिस के माकूल इंतजार के साथ ही पूरा प्रशासन चाक चौबंद दिखाई दिया।

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