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मनुष्य को सदकर्म कर अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए - आचार्य श्रीमहाश्रमण 

धवल सैना के साथ आचार्य श्रीमहाश्रमण के आरोली नगर में पधारने से उपरमाल की धरा हुई पावन

सिंगोली(निखिल रजनाती)।समीपस्थ राजस्थान के ग्राम आरोली के अहोभाग्य से शनिवार सुबह 9 बजे तेरापंथ संप्रदाय के आचार्य भगवन श्रीमहाश्रमण जी मा सा अपनी धवल सैना के साथ जोगणिया माता से विहार कर आरोली ग्राम पहुँचे।आचार्य श्री के आगमन से पूरे क्षैत्र का वातावरण धर्ममय हो गया।मिली जानकारी के अनुसार आचार्य श्रीमहाश्रमण जी मा सा भीलवाड़ा से ऐतिहासिक चातुर्मास सम्पन्न कर विहार करते हुए बेगूँ और जोगणिया माता की धरा को पावन कर शनिवार सुबह आरोली नगर में भक्तों के सैलाब के साथ मंगल प्रवेश किया।आचार्य श्री की विहार यात्रा में मांडलगढ़ के विधायक गोपाल खण्डेलवाल,पूर्व विधायक विवेक धाकड़,पूर्व प्रधान गोपाल मालवीय,उज्जवल भारत अभियान मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन,उपप्रधान कैलाश धाकड़,सरपंच संघ के अध्यक्ष शंकरलाल धाकड़,पंचायत समिति सदस्य श्रीमति पगारिया,आरोली सरपंच ज्योती जैन सहित अनेक वरिष्ठ समाजजन उपस्थित रहे।गुरूदेव ने आरोली पहुँच कर एक महती धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा की मनुष्य को अपने जीवन में हमेशा सदकर्म करना चाहिए ताकी जीवन सफल हो सके गुरूदेव ने बताया कि मैं लम्बे समय से अहिंसा यात्रा के माध्यम से नगर -नगर गांव- गांव घूमकर आम जन को अंहिसा का संदेश देकर लोगों को नशा मुक्त जीवन जीने के लिए संकल्पित करने का प्रयास कर रहा हूँ और इसी क्रम में हम आज अपनी अहिंसा यात्रा को लेकर उपरमाल की धरती पर आये है आप सब लोग नशा मुक्त जीवन का संकल्प लें।गुरूदेव के आव्हान पर सभा में उपस्थित सैंकड़ों लोगो ने नशा मुक्त जीवन जीने का संकल्प गुरूदेव के मुखारबिन्द से लिया।धर्मसभा में विधायक गोपाल खण्डेलवाल,पूर्व विधायक विवेक धाकड़,पूर्व प्रधान गोपाल मालवीय,प्रदीप जैन ने अपने विचार व्यक्त किए। गुरूदेव आरोली से विहार कर सलावटिया पधारेंगे तथा रात्रि विश्राम भी सलावटिया ही करेंगे।सलावटिया से रविवार सुबह विहार कर 9 बजे के लगभग बिजौलियाँ पधारेंगे जहाँ तपोदय तीर्थ क्षैत्र पार्श्वनाथ जी में विराज कर धर्म सभा को संबोधित करेंगे। तीर्थ क्षैत्र पर कुछ देर विश्राम के पश्चात विहार कर कांमा गांव पहुंचकर रात्रि विश्राम भी कांमा ग्राम मे ही करेगे।आचार्य श्री के उपरमाल की धरती पर पदार्पण से यह धरती पावन हो गई है।

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