सिंगोली(निखिल रजनाती)।भगवान श्री हरि विष्णु और नारायण कहे जाने वाले बैकुंठपति द्वारा द्वापरयुग में भादवा महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण के मनुष्य रूप में जन्म लेने का श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व 19 अगस्त शुक्रवार को सिंगोली में पूरे हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है।इस पावन पर्व के अवसर पर सिंगोली कस्बे के सभी मन्दिरों को सजाया गया है और इसके साथ ही आकर्षक रोशनी भी की गई है वहीं स्थानीय बापू बाजार में श्रीकृष्ण नवयुवक मंडल द्वारा मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।बापू बाजार में आयोजित मटकी फोड़ प्रतियोगिता के लिए एक पाण्डाल की विशेष साज सज्जा की गई और मंच भी बनाया गया है।यहाँ भी बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहेंगे।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर स्थानीय गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज के चारभुजा लक्ष्मीनाथ मन्दिर,आद्य गौड़ ब्राह्मण समाज के राधे कृष्ण मन्दिर,गुर्जर समाज के श्रीराम-लक्ष्मण जानकी मन्दिर,धाकड़ समाज के चारभुजानाथ मन्दिर,ब्राह्मणी नदी के तट पर स्थित वोराजी के मन्दिर में विराजमान भगवान का आकर्षक श्रृंगार किया गया है वहीं भगवान को नई पोशाख भी धारण करवाई गई जबकि कस्बे के सभी हिंदू मंदिरों और शिवालयों की भी सजावट की गई है।कस्बे के विभिन्न गली मोहल्लों और मन्दिरों में झाँकियाँ भी बनाई गई।ब्राह्मणसमाज के श्रीचारभुजा लक्ष्मीनाथ मन्दिर के पुजारी कैलाश जोशी ने बताया कि परम्परा के मुताबिक रात 12 बजे भगवान के जन्म के बाद विधि विधानपूर्वक पंचामृत से स्नान करवाने के बाद श्रद्धालुओं की मौजूदगी में महाआरती होगी।