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दश लक्षण आत्मशुद्धि,श्रद्धा और साधना का महापर्व है-ब्रह्म.गुंजादीदी

सिंगोली में दिगम्बर जैन समाज के दश लक्षण पर्व का श्रीगणेश  


सिंगोली (निखिल रजनाती) । दिगंबर जैन समाज के महापर्व  दश लक्षण पर्व का श्रीगणेश 31 अगस्त बुधवार से हो गया है जो 31 अगस्त से 9 सितंबर तक पूर्ण भक्तिभाव एवं उत्साह के साथ मनाया जाएगा।दिगम्बर जैन समाज के दश लक्षण पर्व की शुरूआत के पहले दिन बुधवार को आगरा से पधारी आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज की परम शिष्या बालब्रह्मचारिणी गुंजा दीदी व शिविका दीदी ने भक्तिभाव तथा प्रभु के भजनों की प्रस्तुति के साथ अभिषेक व शान्तिधारा पुजन कराई जिसमें सुबह 7 बजे मन्दिरजी में श्रीजी का अभिषेक व शान्तिधारा हुई जिसमें उपस्थित श्रद्धालुओं ने भगवान का अभिषेक किया व प्रथम शान्तिधारा करने का सौभाग्य लादुलाल,अशोककुमार, हितेशकुमार ठग परिवार को प्राप्त हुआ वहीं दस दिन तक चलने वाले विधान के लिए मंगल कलश की स्थापना की गई जिसके पुण्यार्जन का सौभाग्य अशोककुमार,शुभम,हर्षित ठोला परिवार को प्राप्त हुआ जिसके बाद चारों कोनों में कलश स्थापना,8 प्रातिहार्य व 8 मंगल द्रव्य की स्थापना करके दीपक प्रज्वलित किया गया।इस अवसर पर ब्र.दीदी के मुखारविंद से संगीतमय पुजन विधान प्रारम्भ हुआ जिसमें सभी ने पूजन में बैठकर पुण्य अर्जन किया व ब्र.गुंजादीदी ने उत्तम क्षमा धर्म पर कहा कि सभी को उत्तम क्षमा पर्व पर कुछ न कुछ दान देकर अपनी चंचला लक्ष्मी का जरूर सदुपयोग करना चाहिए क्योंकि आप अगर एक गुना दोगे  तो आपको जरुर दस गुना मिलेगा  क्रोध,कषाय के अभाव का नाम ही उतम क्षमा धर्म है।दस लक्षण पर्व आत्मशुद्धि,श्रद्धा व साधना तप-त्याग करने का पर्व है।दस दिन तक चलने वाले कार्यक्रम में प्रातः 5 बजे प्रभात फेरी,6:30 बजे से अभिषेक,शान्तिधारा व पुजन-प्रवचन,दोपहर 3 बजे रत्नखण्ड श्रावकाचार की कक्षा व सायंकाल 6:45 अर्हमयोग,सामायिक 7:30 बजे आरती,8 बजे से मंगल प्रवचन एवं 9 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।

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