logo

मिट्टी के गणपतिजी की प्रतिमा का घर पर ही किया विसर्जन


सिंगोली(निखिल रजनाती)।प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों के कारण जल में  विसर्जन पर कई जानवर और मछलियां मर जाती है इसके विरुद्ध आम जनता में जागृति आई है जिसके चलते घर पर ही मिट्टी के गणपतिजी की प्रतिमा बनाकर उनकी  स्थापना करके प्रतिदिन उनके पूजन अर्चन के बाद वार्ड 2 निवासी कुमारी आस्था माहेश्वरी और उनकी दादी सुशीलादेवी ने अनन्त चौदस पर अपने घर पर ही गणपतिजी के पूजन के बाद उसे पानी के पात्र में   विसर्जन किया है।इस बारे में कु.आस्था ने बताया कि बाजार में मिलने वाली पीओपी की मूर्तियों में केमिकल का प्रयोग होने से जब उनका विसर्जन किया जाता है तो जल प्रदूषित हो जाता है और पानी में रहने वाली मछलियां एवं अन्य जीवों की मृत्यु हो जाती है इसलिए पिछले 6 वर्षों से वह और उसकी दादी मिलकर मिट्टी के गणपतिजी की प्रतिमा बनाते हैं और खूब आनन्द के साथ  प्रतिवर्ष 10 दिन तक उनकी आराधना करते हैं एवं अंतिम दिन अनन्त चौदस पर अपने घर की छत पर जल में उसका विसर्जन करके उसकी मिट्टी में तुलसी का पौधा लगा देते हैं जिससे कि वायुमंडल भी स्वच्छ रहे और घर परिवार में सुख शांति बनी रहे।आस्था के इन प्रयासों की सिंगोली नगर में सराहना की जा रही है।

Top