नीमच।कर्नल कमांडेट शरद मोहन सिंह के निर्देशन में आयोजित 15 से 22 सितम्बर तक एन.सी.सी. वार्षिक प्रशिक्षण शिविर के अंतर्गत एन.सी.सी. केडेटस को चाइल्ड लाइन द्वारा जागरूक किया गया।देश में बच्चों के साथ निरंतर अपराध की घटनाए बढती जा रही है बच्चों के साथ होने वाले अपराधों एवं शोषण को रोकने के लिए चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 द्वारा निरंतर 24X7 कार्य करती है इसी तारतम्य में आर्मी विभाग, एन.सी.सी. विभाग व चाइल्ड हेल्पलाईन नीमच द्वारा आरटीसी प्रशिक्षण केन्द्र सीआरपीएफ नीमच के अंतर्गत चलने वाले एन.सी.सी. वार्षिक प्रशिक्षण शिविर 2022 के अंतर्गत एन.सी.सी. केडेटस को बच्चों के साथ होने वाली घटनाओं को किस प्रकार रोका जा सकता है इसके प्रति एन.सी.सी. केडेटस को जागरूक किया गया। एन.सी.सी. केडेटस के अंतर्गत अलग-अलग स्कूल कॉलेज आदि जगहो से बच्चें आते है जिनको चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुनिता अवस्थी द्वारा किया गया। कर्नल कमांडेट शरद मोहन सिंह द्वारा एन.सी.सी. केडेटस को जागरूक करते हुए बताया गया कि अनुशासन जिवन में अति आवश्यक है आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति मोबाईल का उपयोग करता है मोबाईल के जितने फायदे है उतने ही नुकसान भी है जिसमें बच्चों को कई बार साइबर क्राइम का शिकार होना पडता है जिसके कारण अपराधियों द्वारा बच्चाें के फोटो को एडीट कर ब्लेक मेल तक किया जाता है। इसिलिए आप सभी केडेटस को जागरूक होते हुए इस बात को ध्यान में रखना है कि अगर आप या आपके मित्र सायबर क्राईम के शिकार होते है तो बिना डरे अपने परिजनों, चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 या पुलिस को जरूर सूचित करे साथ ही बच्चों को कुछ केसेस के उदाहरण देते हुए जागरूक किया गया एवं बच्चों को अच्छा स्पर्श बुरा स्पर्श के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि अगर आपको कोई बुरा स्पर्श करता है तो सर्वप्रथम ना कहना सिखे साथ ही अपने आप का बचाव कर परिजनों या चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 को जरूर सूचित करे। चाइल्डलाईन जिला समन्वयक विकास अहीर द्वारा बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 की जानकारी देते हुए बताया कि 1098 का काॅल सिधे मुम्बई सेंटर प्राप्त होने के पश्चात संबंधित जिले को तत्काल ट्रांसफर किया जाता है एवं बच्चें की समस्या को सुनकर आवश्यक मदद की जाती है एवं लैंगिक अपराधों से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 (पॉक्सो एक्ट) की जानकारी बेनर के माध्यम से बच्चों को दी गई बच्चों को जानकारी देते हुए बताया कि शारीरिक योन शोषण, शारीरिक शोषण, मानसिक शोषण, बाल विवाह, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति, बाल तस्करी, नशे में लिप्त बच्चें, घरेलु हिंसा से पिडीत बच्चे, गुम शुदा बच्चे आदि बच्चों के लिए कोई भी 24X7 चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 पर कॉल कर बच्चों के लिए मदद मांग सकते है। इसमें कॉलर का नाम व मोबाईल नम्बर गोपनीय रहता है। चाइल्डलाईन कार्यकारी निर्देशक कैलाश बोरीवाल द्वारा एन.सी.सी.केडेटस को आश्वस्त किया गया कि आपको या आपके दोस्तों को जब कभी भी आपके साथ आपके अधिकारो का हनन होता है, शोषण या विपत्ति के समय अगर आप चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 पर मदद मांगते है तो आपकी हर सम्भव नि:शुल्क मदद की जाएगी जो राष्ट्रीय हेल्पलाईन होते हुए महिला बाल विकास मंत्रालय की महत्वपुण परियोजना है। उक्त जानकारी पाकर समस्त एन.सी.सी. केडेटस के चेहरे खिल गए साथ ही एन.सी.सी. केडेटस के द्वारा बताया गया कि इस प्रकार की जानकारी हमको पुर्व में नहीं थी आज जो जानकारी प्राप्त हुई है हम उसकों ज्यादा से ज्यादा दोस्तो को बताने का प्रयास करेंगे एवं जरूरतमंद बच्चों के लिए हम चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 पर जरूर सम्पर्क करेंगें।कार्यक्रम का उद्देश्य बालको को उनके साथ होने वाली अप्रिय, अश्लिल घटनाओं से बचाव एवं सहायता प्रदान करना है तथा समाज में बच्चों के लिए सकारात्मक वातावरण का निर्माण करना ताकि बच्चें निर्भीक होकर स्कूल व शहर में आ - जा सके तथा विपत्ति में इस प्रकार अपना बचाव करें। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कर्नल कमांडेट शरद मोहन सिंह, चाइल्डलाईन निर्देशक केप्टन आर.सी. बोरीवाल, कार्यकारी निर्देशक कैलाश बोरीवाल, एन.सी.सी. ऑफिसर केप्टन डॉक्टर जी.के कुमावत, वी.के. तिवारी, एस.सी. राठौर, मनीशा भाट, सी.एच.एम. राजेन्द्रसिंह, हवलदार प्रशांत भालेराव, हवलदार गजानन्द मोरे, सुबेदार लक्ष्मण सावंत, भवानीसिंह, सी.टी.ओ. एन.सी.सी. राहुल दास बैरागी, कुलदीपसिंह, चाइल्डलाईन जिला समन्वयक विकास अहीर, टीम सदस्य सुनिता अवस्थी, आशा पाटीदार व 182 एन.सी.सी. केडेटस उपस्थित रहे। सुबेदार लक्ष्मण सावंत द्वारा कार्यक्रम के अंत में आभार प्रकट किया गया।