सिंगोली।धरती पर माता पिता से बड़ा कोई भगवान नहीं है।यह बात 30 नवम्बर मंगलवार को राजस्थान के उपरमाल स्थित छोटी बिजौलियां में समाजसेवी पीरूलाल सेन की 95 वर्षीय माता स्वर्गीय गट्टू बाई के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में समाजजनों को सम्बोधित करते हुए कही।उन्होंने धरती पर माता पिता को ही सच्चा भगवान की उपाधि देते हुए बताया कि हमें हमारे माता पिता की जिंदा रहते मन से सेवा करनी चाहिए।उनकी अच्छी देखभाल,सेवा करना हमारे लिये चारधाम यात्रा से कम नहीं है।इस मौके पर जाट मंदिर कमेटी अध्यक्ष रमेशचन्द्र भाटी कनेरा,नीमच जिला सेन समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष हरिप्रसाद गहलोत,ओमप्रकाश राठौड़ डीकेन,वयोवृद्ध समाजसेवी श्रीलाल सेन डीकेन,करणकुमार टांक नीमच,नन्दकिशोर राठौड़ मंदसौर आदि ने वयोवृद्ध दिवंगत गट्टूबाई के श्रद्धांजलि कार्यक्रम पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए समाज सुधार पर भी अपने अपने विचार व्यक्त किये।उपरमाल क्षेत्र के समाजसेवी स्वर्गीय छीतरमल सेन के आकस्मिक निधन के उपरांत नीमच जिला सेन समाज के पदाधिकारियों द्वारा शोकाकुल परिवार के तिलस्वां धर्मशाला अध्यक्ष रमेशचन्द्र सेन का नीमच कमेटी द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें साफा पहनाकर दिवंगत आत्मा को ईश्वर के चरणों मे स्थान प्रदान करने की कामना की।इसी कड़ी में उपरमाल बिजौलियाँ के समाजसेवी चांदमल सेन के भी आकस्मिक निधन के उपरांत नीमच कमेटी ने उनके निवास पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर ईश्वर से दिवंगत आत्मा को मोक्ष प्रदान हो ऐसी कामना व्यक्त की।इस अवसर पर राधेश्याम सेन कनावटी,राठौड़ नीमच,घमंडीलाल सेन नीमच,शांतिलाल सेन सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।