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गर्भ कल्याणक महोत्सव पर निकली भव्य शोभायात्रा 

पंच कल्याणक में हुआ दूसरे दिन का आयोजन

सिंगोली(निखिल रजनाती)।सिंगोली कस्बे में 3 दिसम्बर से शुरू हुए 6 दिवसीय पंच कल्याणक महोत्सव के तहत दूसरे दिन 4 दिसम्बर शनिवार को गर्भ कल्याणक महोत्सव पर भव्य शोभायात्रा निकली।स्थानीय श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जिन मंदिर श्री कुन्दकुन्द कहान धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट व दिगंबर जैन मुमुक्षु मंडल द्वारा आध्यात्मिक सत्पुरूष श्री कानजी स्वामी की मंगल प्रभावना योग से नगर में नवनिर्मित 1008 श्री आदिनाथ दिगंबर जिन मंदिर के पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत दूसरे दिन भगवान का गर्भ कल्याणक महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया।इस अवसर पर इन्द्र दरबार सजा एवं राजसभा बुलाकर महाराजा समुद्र विजय ने भगवान की माता को आये सोलह सपनों का मतलब सभी को समझाया और भगवान के जन्म लेने की बात बताई जिस पर आयोजन स्थल शोरीपुर नगरी में हर्ष व उल्लास का वातावरण बन गया।उपस्थित भक्तों ने गर्भ कल्याणक पूजन कर भगवान के गर्भ कल्याणक महोत्सव के अवसर पर दोपहर में हाथी,घोड़े एवं रथों पर बैंड बाजों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो शोरीपुर नगरी से नव निर्मित जिन मंदिर तक पहुँची जहाँ श्री वेदी का शुद्धिकरण तथा नवीन जिन मंदिर में सौधर्म इन्द्र-इन्द्राणियों द्वारा पूजन पूर्वक श्री जिनवाणी मंदिर में 37 ग्रन्थ एवं आचार्य चरण स्थापना के साथ प्रतिष्ठा सम्बन्धी विभिन कार्यक्रम सम्पन्न हुए।कार्यक्रम की जानकारी देते हुए आयोजन समिति से मिली जानकारी के मुताबिक पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर समाजजन सहित नगरवासियों में अच्छा खासा उत्साह है।समिति के अनुसार शनिवार को भगवान का गर्भ कल्याणक महोत्सव विधि विधान के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया जिसमें भव्य शोभायात्रा निकली वहीं रात्रि में जिनेन्द्र भक्ति, शास्त्रवाचन, स्वाध्याय के साथ आध्यात्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा।सिंगोली में आयोजित 6 दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में बेगूँ, बिजौलियाँ, रावतभाटा, भीलवाड़ा ,कोटा, उदयपुर, इंदौर, बेंगलुरू , मुम्बई और दिल्ली सहित कई शहरों के श्रावक-श्राविकाएँ सम्मिलित हुए।पंचकल्याणक महोत्सव में सभी कार्यक्रम निर्देशक रजनीशभाई दोषी हिम्मतनगर, एवं सहनिर्देशक अशोक लुहाडिया मंगलायतन व पंडित देवेन्द्र जैन बिजौलियाँ के निर्देशन में वरिष्ठ प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी पंडित श्री जतिशचंद्र  शास्त्री के सानिध्य में सम्पन्न हो रहे हैं।

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