नीमच। ग्रहण को देखते हुए मंगल वार को सुबह से सूतक काल माना गया। सुबह से मंदिरों के पट बंद कर दिए गए। कई मंदिरों में दरवाजे नहीं खोले गए तो कुछ में पर्दे लगा दिए गए। रोज होने वाली पूजा-अर्चना को रोक दिया गया। शाम को ग्रहण के बाद पट खोले जाएंगे,जिसके बाद भगवान का अभिषेक पूजा अर्चना आरती व शृंगार श्याम 6.19 के बाद किया जाएगा।साई मंदिर के पुजारी पंडित कृष्ना नागदा ने बताया कि मंगलवार को चंद्रग्रहण दोपहर 2 बजकर 39 मिनट पर शुरू हुवा और शाम 6 बजकर 19 मिनट तक रहेगा यानि लगभग चार घंटे का यह ग्रहण होगा।भारत में चंद्रोदय संध्याकाल में होगा इसलिए भारत में यह चंद्रग्रहण स्पष्ट रूप से लगभग शाम 5.30 से 6.20 के मध्य दिखाई देगा।इस चंद्रग्रहण का सूतक मंगल वार सुबह 8 बजकर 29 मिनट से लगा है जिसको लेकर आज पूरे दिन मंदिर के पट बंद रहें और शाम 6.19 के बाद ग्रहण का मोक्ष होने पर ही मंदिरों के कपाट खोले जाएंगे। पंडित नागदा ने बताया कि चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पूर्व होता है परंतु ग्रस्तोदय चंद्र ग्रहण में सूतक पूर्ववर्ती दिन सूर्योदय या 12 घंटे पूर्व से मान्य किया गया है चंद्र ग्रहण का मोक्ष शाम 6:19 पर होगा जिसके बाद मंदिरों ने पूजा अर्चना अभिषेक और श्रंगार एवं आरती की जाएगी वहीं चंद्रग्रहण का विभिन्न राशियों पर अलग-अलग फल भी रहेगा जिसमें सिंह तुला धनु और मीन पर मध्यम फल तो मिथुन कर्क वृश्चिक कुंभ पर शुभ फल और मेष वृषभ कन्या मकर पर अशुभ फल रहेगा।