नीमच। सोमवार को अगहन शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन राम सीता का स्वयंवर हुआ था इसे भगवान के विवाह की वर्षगांठ के रूप में मानने की परंपरा है शहर के पुस्तक बाजार जाजू बिल्डिंग क्षेत्र स्थित माहेश्वरी समाज के एकमात्र प्राचीन श्री राम मंदिर में श्री राम जानकी विवाह समारोह पूर्वक मनाया गया शाम 6:00 बजे के लगभग दूल्हा बने राम जी की बैंड बाजों के साथ बारात धूमधाम से नरसिंह मंदिर से निकाली गई जो श्री राम जानकी मंदिर पर समाप्त हुई,यहां तोरण की परम्परा का निर्वहन करते हुवे पूर्ण विधि-विधान से हिन्दू रीति रिवाज के साथ वैदिक मंत्रों उच्चारण कर श्री राम और जानकी का विवाह संपन्न कराया गया।माहेश्वरी समाज अध्यक्ष सुरेश अजमेरा व मंदिर प्रमुख लक्ष्मीनारायण तोतला ओर पुजारी जीवन तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि समाज जनों एवं भक्तों द्वारा श्री राम जानकी विवाह उत्सव को लेकर प्रातः भगवान की मूर्ति को हल्दी तेल चढ़ावा और मेहंदी लगाने सहित अन्य रस्में निभाई गई दिनभर मंदिर में भजन-कीर्तन व अन्य आयोजन भी हुए वहीं देर शाम बैंड बाजों के साथ घंटाघर स्थित प्राचीन श्री नरसिंह मंदिर से भगवान श्री राम की बारात निकाली गई जो मुख्य मार्गो से होती हुई श्री राम मंदिर पहुंची जहां भक्त जनों द्वारा बारात का भव्य स्वागत किया गया। तत्पश्चात वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ भगवान श्री राम और जानकी का विवाह संपन्न कराया गया। ज्योतिषाचार्य पंडित गोविंद उपाध्याय ने बताया कि 28 नवंबर सोमवार को विवाह पंचमी होने से इस दिन की शुभता अन्य दिनों से अधिक होती है इसे ध्यान में रखते हुए कई लोगों ने कुंडली मिलान के समय इसी तिथि में विवाह निश्चित किया है,इसी को लेकर आज शुभ मुहूर्त में भगवान श्री राम और जानकी का विवाह संपन्न कर महा आरती के पश्चात विवाह आयोजन का समापन किया जाएगा।