सिंगोली(निखिल रजनाती)। जिला मुख्यालय नीमच से लगभग 80 किमी दूर स्थित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल ताल का 3 दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण संस्था प्रधान सोहनलाल रैगर व भ्रमण प्रभारी नरेंद्र राठौर के मार्गदर्शन में रणकपुर,कुंभलगढ़,हल्दीघाटी एकलिंगनाथ,श्रीनाथद्वारा,उदयपुर,सावरिया सेठ जी के लिए बस द्वारा सम्पन्न हुआ।प्राचार्य श्री रेगर ने बताया कि भ्रमण की शुरुआत दिनांक 24 दिसंबर को शाम 6 बजे से संस्था से श्रीफल प्रसादी वितरण के साथ शुरू हुई।सादरी नामक जगह पर पहली रात्री विश्राम के बाद चाय,खाना करके यहां से पहले भ्रमण स्थल तेरहवीं सदी में एक ही सेंड स्टोन से निर्मित बहुत ही सुन्दर पवित्र रणकपुर का जैन मंदिर रहा जहाँ बच्चों ने मंदिर की भव्यता,नक्काशी,अद्भुत शिल्पकला के बारे में जाना। इसके बाद यहां से राजपूत राजा श्री कुम्भा द्वारा निर्मित कुंभलगढ दुर्ग जिसके बारे में इतिहासकारों ने बताया की इसे देखने के लिए सिर की पगड़ी भी गिर जाए का सफर किया,यहां ग्रेट वॉल ऑफ चाइना के बाद विश्व की सबसे बड़ी दीवार कुंभलगढ का सहरकोटा को देखा साथ ही इस किले का भारत का सबसे सुरक्षित किला होने की विशेषता के बारे में जाना,यह उनके लिए बहुत ही अद्भुत रहा जिसके बाद हल्दी घाटी का भ्रमण किया जहाँ महाराणा प्रताप स्मारक में चलचित्र के माध्यम से इतिहास को जाना,यहाँ बच्चों ने शॉपिंग,बोटिंग की एवं रात्रि में हल्दीघाटी द्वार पर बच्चों ने भजन व राजस्थानी गानों पर बहुत ही आकर्षक नृत्य किया जिसे वहाँ के लोगों ने भी खूब प्रोत्साहित किया,यहां दाल बाटी का भोजन कर नाथद्वारा में विश्राम किया।नाथद्वारा में नवनिर्मित भगवान शिव की मूर्ति विश्वास स्वरुपम के दर्शन किए और यहाँ से प्रस्थान कर गए उदयपुर में सेलीब्रेशन मॉल देखा जो इन बच्चों के लिए बहुत ही आर्कषक रहा।यहां से डबोक एयरपोर्ट देखते हुए यात्रा का अंतिम बिंदु श्री सांवरिया सेठ जी के दर्शन कर भोजन में खीर पुड़ी लेकर पुनः संस्था तक सुबह 4 बजे प्रस्थान किया।शैक्षणिक भ्रमण में स्कूल स्टॉफ के मांगीलाल,शंकरलाल,प्रकाशचन्द्र, दिलीप शर्मा,छीतरमल धाकड़ एवं छात्र-छात्राएँ शामिल थे।