सिंगोली (निखिल रजनाती)। अंतरराज्यीय सीमा से सटे सिंगोली अंचल में बढते अपराधों और पुलिस की लचर कार्यप्रणाली के चलते सिंगोली क्षैत्र की अब मादक पदार्थों की तस्करी के रूप में अपनी पहचान कायम हो रही है जिसमें खतरनाक साबित हो रहे स्मैक का तो जैसे यहाँ बड़ा बाजार बन ही गया है लेकिन खुलेआम चल रहा यह गौरखधंधा किसी को नहीं दिखाई दे रहा है जबकि इसके दुष्परिणाम बड़े भयावह हैं क्योंकि विगत कई सालों से रसूखदारों के इर्दगिर्द रहकर उनके नाम एवं संरक्षण से सिंगोली नगर में युवाओं को नशे के दलदल में धकेलने के लिए नशे का कारोबार खुलेआम बीच चौराहों पर बेधड़क चलाया जा रहा है।नशे के सौदागरों द्वारा दंबगई से खुल्लम खुल्ला अलसुबह एवं शाम को मुख्य तिलस्वां चौराहा, नया बस स्टेण्ड, पुराना बस स्टेण्ड, जगल्या खाल्ली, बाराढाणा,शमशान घाट,तेजाजी चौक,कब्रिस्तान मार्ग,नीमच रोड़,बालक हायर सेकण्डरी स्कूल के निकट तिलस्वां रोड़ और इसके नजदीक स्थित तलाई,कबूतर खाना,बापू बाजार,विवेकानंद बाजार,पीपलीपुरा आदि जगह स्थान बदल बदल कर नशे का कारोबार दंबगई से किया जा रहा है जो चुनौती बनकर स्थानीय पुलिस का मुँह चिढा रहे हैं जिस पर एक बार फिर पुलिस प्रशासन द्वारा टीम गठित कर जेल का रास्ता दिखाया जाना चाहिए जबकि ऐसे गम्भीर मामले में भी जनहित व नगरहित में वर्तमान में प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति ही नहीं दिखाई दे रही है जिससे असामाजिक तत्व पूरी तरह से निरंकुश होकर काम कर रहे हैं जबकि अपेक्षा की जा रही है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक नशे का अवैध कारोबार करने वाले लोगों पर कठोर कार्यवाही करके दण्डित करना चाहिए ताकि नशे के सौदागर फिर से नशे का व्यापार कर युवाओं को नशे के दलदल में डालकर उनका भविष्य खराब करने की कोशिश न कर सके।सिंगोली कस्बे के जागरूक नागरिकों ने जिले के पुलिस कप्तान सूरजकुमार वर्मा सहित प्रशासन के उच्च अधिकारियों से आग्रह किया है कि नशे के सौदागरों को चिन्हित कर कठोरतम कार्यवाही की जाए।