माता निर्मला जन्म शताब्दी वर्ष समारोह में चेतन्य रथयात्रा ने गांव-गांव में किया भ्रमण,
नीमच। संपूर्ण विश्व को शांति और परमात्मा के प्रेम से जोड़ने का सहज मार्ग दिखाने वाली परम पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी जी के 100वां जन्म महोत्सव के अवसर पर संपूर्ण भारत एवं नेपाल में भ्रमण करती हुई चैतन्य रथ यात्रा नीमच जिले से होकर गुजरी। इस अवसर पर सहज योग परिवार नीमच के माध्यम से कनघट्टी से होते हुए यह रथ यात्रा ग्राम उगरान,हरवार ,जीरन ,चीता खेड़ा आसपुरा,महुड़िया के रास्ते नीमच पहुंची जहां महू रोड फवारा चौक के समीप मुख्य सड़क पर नुक्कड़ सभा आयोजित की गई जहां पर प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं ने लोगों को आत्मसाक्षात्कार कराते हुए कहा कि जिस प्रकार खेत में बीज अंकुरित होकर पेड़ बनता है उसमें परमात्मा की कोई शक्ति होती है बच्चा पिंड से गर्भ में आता है वह कोई शक्ति लेकर ही जन्म लेता है । परमात्मा की शक्ति के बीच को पेड़ बनाती है ।और पींड को बालक बनाती है। नीमच में रात्रि विश्राम के बाद गिरदोड़ा रेवरी देवली सावन, मनासा , कुकड़ेश्वर होते हुए रामपुरा पहुंची । प्रत्येक गांव में उपस्थित नये साधकों द्वारा रथ का भव्य स्वागत फुलों की वर्षा कर किया गया , इस दौरान सहज योग परिवार नीमच के माध्यम से प्रत्येक गांव में लोगों को सहज योग ध्यान पद्धति का अभ्यास करवा कर उस के माध्यम से परमात्मा के प्रेम की अनुभूति कुंडलिनी जागरण एवं आत्म साक्षात्कार के अभ्यास से करवायी गई। परम पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी जी का जन्म 21 मार्च 1923 को मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में हुआ था एवं उन्होंने सन 1970 में सहज योग ध्यान की शुरुआत की थी ।आज लगभग पूरे विश्व में 140 से अधिक देशों में इस पद्धति से ध्यान हो रहा है एवं विश्व के असंख्य सहज योगी इस ध्यान के माध्यम से अपने आत्मिक उत्थान को प्राप्त कर रहे हैं। सहज योग परिवार नीमच जिले की समस्त जनता से आह्वान करता है कि मात्र 10 मिनिट के ध्यान के अभ्यास से अपने अंदर निर्विचारिता को अनुभव कर उसके माध्यम से परम शांति व आनंद को महसूस करें। चिकित्सकों ने सहज योग से अन्य प्रभावों के बारे में भी बताया है, इस योग को करने से लोगों को शारिरिक बिमारियों व मानसिक तनाव से मुक्ति व आराम मिलता है।साथ ही यह योग बच्चों में चरित्र निर्माण एवं उनके सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ है । कृषि में भी इस योग के माध्यम से प्रभावी परिणाम प्राप्त हुए हैं। यात्रा में लगभग 85 लोगों ने 25 चार पहिया वाहनों के माध्यम से क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों से सीधा संवाद किया। यात्रा संयोजक महेंद्र व्यास, सेवा सिंह देहली, यात्रा सह संयोजक ब्रजराज सिंह ब्रज, संतोष वर्मा, विकास शर्मा ,हेम सिंह पंवार रतलाम डॉ रिषिकेश दांगी बड़वानी, प्रबोध राठोड़ खंडवा, मनोहर मालविया प्रताप गढ़, सनत जोशी, महेश हनवंत, संतोष तंवर मंदसौर बद्री भाई मनासा, सुधीर पटवा कुकड़ेश्वर , दिलीप मंडवारिया रामपुरा, इंजीनियर के के टांक जीरन, सुरेश शर्मा, रजनीश, सुरेश दायमा चिताखेड़ा , सुदर्शन शुक्ला , गिरिश बंसल , केप्टन आर सी बोरिवाल , दीपक बोरिवाल , राजेश गुप्ता, महावीर अग्रवाल, निश्चल जोशी, मयुर पंथी , नीमच सहज योग केन्द्र समंवयिका नीतू जोशी , कैलाश बोरिवाल ,राज यादव , रोहन यादव , प्रवीण जैन, सीमा बंसल , श्वेता शुक्ला, विनिता गुप्ता,कंचन जोशी आदि ने सक्रिय रूप से भाग लिया ।