सिंगोली(निखिल रजनाती)। सिंगोली नगर में कल 14 फरवरी को गणपति जी की स्थापना के साथ ही 6 दिवसीय महाशिवरात्रि पर्व का श्रीगणेश हो गया वहीं आज 15 फरवरी बुधवार को रात्रि 8 बजे मेहन्दी की रस्म के साथ ही मंगलगीत होंगे। उल्लेखनीय है कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व को लेकर समस्त सिंगोली नगर क्षेत्रवासी एवं शिवभक्तों द्वारा प्रति वर्ष के अनुसार इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम से महाशिवरात्रि पर्व पूर्ण हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा और इसके उपलक्ष्य में उज्जैन की तर्ज पर बाबा भूतभावन भूतेश्वर नाथ की शाही सवारी का आयोजन किया जा रहा है।बाबा की सवारी 18 फरवरी को दोपहर 11:15 बजे भूतेश्वर महादेव मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गों से होती हुई नीमच रोड़ पुलिया पर स्थित नदीश्वर महादेव तक निकाली जाएगी जिसके अंतर्गत शाही सवारी के साथ ही शिव पार्वती जी के विवाह का आयोजन भी बड़े उत्साह के साथ किया जा रहा है,शाही सवारी सेवादल के सदस्यों द्वारा शिव पार्वती विवाह के मांगलिक कार्यक्रम की दी गई जानकारी के अनुसार 14 फरवरी मंगलवार को प्रातः 10.15 बजे स्वामी विवेकानंद बाजार स्थित भगवान भोलेनाथ के मंदिर में पंडित सुमन्त शर्मा द्वारा भक्तों की मौजूदगी में गणपतिजी की स्थापना करके चाक डोरडा की रस्म पूरी की गई वहीं आज 15 फरवरी बुधवार रात्रि 8 बजे मेहंदीरस्म एवं मंगलगीत,16 फरवरी रात्रि 8 बजे हल्दीरस्म व महिला संगीत,17 फरवरी दोपहर 11:15 बजे मंगल कलश, 18 फरवरी दोपहर 3:30 बजे महाशिवरात्रि पर पाणिग्रहण संस्कार,19 फरवरी दोपहर 2 बजे बधावा की रस्म की जाएगी।शाही सवारी में सम्मिलित होने वाले भक्तों को आकर्षित करने में स्पेशल बैंड,बड़ा लाइटिंग डीजे, छोटे डीजे,भस्म रमैय्या भक्त मंडली,अघोरीपार्टी,31ढोल,मस्का पार्टी,हाथी सवारी,शाही बग्गी,सीआरपीएफ का मिलिट्री बैंड,ड्रोन वीडियोग्राफी,श्री खाटू श्यामजी का दरबार,विभिन्न प्रकार की झांकियां,घोड़े,बजरंग व्यायामशाला अखाड़ा सिंगोली, बूंदी की आतिशबाजी,नगर के मुख्य मार्गों पर एलईडी वॉल द्वारा लाइव प्रसारण एवं भगवान भूतेश्वरनाथ पर हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्पवर्षा की जाएगी। शाही सवारी में आने वाले समस्त भक्तों के लिए मार्ग पर जगह जगह अल्पाहार की व्यवस्था रहेगी। नदीश्वर महादेव में भगवान भोलेनाथ की महाआरती के पश्चात प्रसाद वितरण के साथ ही शाही सवारी का समापन किया जाएगा।महाशिवरात्रि पर्व पर आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए शाही सवारी सेवादल के सदस्यों ने सभी से आग्रह करते हुए कहा है की अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालु पधारकर धर्म का लाभ लें ।