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सिंगोली में जैन समाज का अष्टानिका महापर्व प्रारम्भ

 
शोभायात्रा के साथ 8 दिवसीय विधान शुरू

सिंगोली (निखिल रजनाती)। सिंगोली नगर के श्रीपार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पर  अष्टानिका महापर्व बड़े भक्तिभाव व उत्साह के साथ प्रारंभ हो गया जो 27 फरवरी से 7 मार्च तक चलेगा जिसमें श्री सिद्धचक्र मण्डल विधान पूजन व अन्य कार्यक्रम आयोजित होंगे।प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद व कटंगी से पधारे बालब्रह्मचारी सोरभ भय्या के सानिध्य में संगीतमय श्री सिद्धचक्र मण्डल विधान का आयोजन होने जा रहा है जिसमें प्रतिदिन धार्मिक आयोजन होंगे।कार्यक्रम के प्रथम दिन प्रातःकाल मन्दिरजी में श्रीजी का अभिषेक व शान्तिधारा करने का सौभाग्य श्रावक श्रेष्ठियों को प्राप्त हुआ व उसके बाद मन्दिरजी से श्रीजी की शोभायात्रा निकाली गई जो नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई वापस मन्दिरजी पहुंची व उसके बाद  आठ दिन तक चलने वाले विधान की शुरुआत ध्वजारोहण के साथ  हुई।ध्वजारोहण करने का सोभाग्य अशोककुमार,शुभमकुमार,अर्चितकुमार लक्ष्यकुमार ठोला परिवार को प्राप्त हुआ व विधान में बैठने वाले पात्रों का चयन बालब्रह्मचारी सोरभ भय्या द्वारा किया गया जिसमें सौधर्म इन्द्र बनने का सोभाग्य चान्दमल,पुष्पेन्द्रकुमार, पिन्टुकुमार बगड़ा परिवार को प्राप्त हुआ। श्रीपाल, मैना सुन्दरी बनने का सोभाग्य कैलाशकुमार, सोरभकुमार बगड़ा परिवार को प्राप्त हुआ। कुबेर, इन्द्र बनने का सोभाग्य सुरेशकुमार, मनोजकुमार, प्रदीपकुमार ताथेडिया परिवार को प्राप्त हुआ।यज्ञ नायक बनने का सोभाग्य नगर परिषद अध्यक्ष सुरेशकुमार बगड़ा परिवार को प्राप्त हुआ।महायज्ञनायक बनने का सोभाग्य नंदलाल,बन्टुकुमार, प्रकाश बगड़ा परिवार को प्राप्त हुआ।चक्रवर्ती बनने का सोभाग्य सुरजमल, पंकजकुमार बगड़ा परिवार को प्राप्त हुआ।ईशान इन्द्र बनने का सोभाग्य प्रकाशचन्द्र, सुरेन्द्रकुमार ठोला परिवार को प्राप्त हुआ। सानत इन्द्र बनने का सोभाग्य पदमकुमार, मुकेशकुमार, चेतन कुमार बगड़ा परिवार को प्राप्त हुआ व माहेन्द इन्द्र बनने का सोभाग्य लादुलाल, हितेशकुमार ठग परिवार को प्राप्त हुआ है  उसके बाद भय्याजी द्वारा मंडप शुद्धि व मंत्रों के साथ कलशों की स्थापना की गई व संगीतमय पूजन कराई गई जिसमें सभी समाजजनों ने पूजन में बैठकर पुण्य अर्जित किया व प्रतिदिन शाम 7 बजे भगवान की संगीतमय आरती उतारी जाएगी व उसके बाद रात्रि 8 बजे से  बह्मचारी सोरभ भय्याजी के मंगल प्रवचन होंगे।इस अवसर पर सभी समाजजन उपस्थित थे।

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