नीमच। प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी उपनगर नीमच सिटी क्षेत्र में रंगपंचमी के अवसर पर रविवार को रियासत कालीन परंपरानुसार रंगपंचमी का त्योहार मनाया गया। सुबह 11 बजे से सरदार मोहल्ला नृसिंह मंदिर पर पूजा-अर्चना के साथ परंपरागत गेर बेंड बाजो व ढोल की थाप पर शुरू हुई।जिसमे सर्व समाज के वरिष्ठ व युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए और प्राकृतिक रंग से होली खेलते हुए गेर निकाली गई। जहा नीमच शहर में होली के दूसरे दिन धुलेंडी रंग पंचमी और रंग तेरस रंगों का पर्व परंपरानुसार मनाया जाता है। होली पूजन व दहन शहर में एक साथ एक ही दिन मनाया जाता है वही सिंधिया रियासत कालीन नीमच सिटी में धुलेंडी से ज्यादा उत्साह रंग पंचमी और रंग तेरस पर रहता है। इसी प्रकार बघाना में धुलेंडी के साथ रंग पंचमी व रंग तेरस अलग-अलग मोहल्लों में मनाई जाती है।रविवार को नीमच सिटी में रंग पंचमी महोत्सव समिति सरदार मोहल्ला द्वारा रंग पंचमी पर उत्साह और परंपरागत तरीके से बैंडबाजों के साथ गेर निकाली गई है। गेर सुबह 11 बजे सरदार मोहल्ला नृसिंह मंदिर से प्रारंभ हुई।जो नीमच सिटी के प्रमुख मार्गो से होती हुई पुनः नरसिंह मंदिर पहुंची जहां फायर ब्रिगेड के फ़व्वरो में गेर में शामिल युवाओं ने जम कर प्राकृतिक रंग से होली खेली। गेर में इसमें युवाओं की टोली लेझिम बजाते हुए तो वरिष्ठ लोग डंडा खेलते चल रहे थे। वही युवा स्वांग धरकर जनता का मनोरंजन कर रहे थे। गेर में विधायक दिलीपसिंह परिहार, विनोद शर्मा, सोनू तिवारी, कुशल मामा सहित सभी राजपूत सरदार और सर्व समाजजन गेर में शामिल हुए और रंग-गुलाल, फूलों के साथ होली खेली गई। गेर के बीच में पानी के टैंकर के माध्यम प्रेशर पंप द्वारा पलाश से बने प्राकृतिक रंग की बौछार उड़ाई गई। नीमच सिटी में रंगपंचमी पर पलाश के फूलों से रंग बनाकर रंग से खेलने की परंपरा रही है जिसका निर्वहन आज भी युवाओं द्वारा किया जा रहा है रविवार को रंगपंचमी को लेकर सुरक्षा के मद्दे नजर पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार चप्पे चप्पे पर पुलिस बल भी तैनात रहा।