श्मशान घाट पहुँचने पर हो रही है परेशानी
सिंगोली(निखिल रजनाती)। पटियाल को पंचायत का दर्जा मिले कई साल बीत गए हैं लेकिन आज भी लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। पंचायत के लोगों की बदकिस्मती है कि मूलभूत सुविधाओं के लिए भी उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है जिनमें श्मशान घाट तक भी शामिल हैं।पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम जराड़ में मंगलवार सुबह अंतिम यात्रा में ऐसा ही कुछ देखने को मिला जिसमें अंतिम यात्रा में सम्मिलित जीवित लोगों सहित बैकुण्ठी पर सोये मृत शव को श्मशान पहुँच मार्ग के उबड़ खाबड़ रास्ते में हिचकोले खाकर परेशानी का सामना करना पड़ा।पटियाल पंचायत का ग्राम जराड़ जो पंचायत के अधीन आता है,यहाँ पर गांव में वर्षो से दाह संस्कार के लिए गाँव वालों द्वारा बनाये गये श्मशान घाट के हालात बेहद खराब हैं।इस गांव में अगर किसी की मृत्यु हो जाती है तो वह यहां पर ही मृत देह जलाने आते हैं।श्मशान घाट के आसपास न दीवारें हैं और न ही यहां तक पहुंचने का रास्ता पक्का है।यहां पर पानी की व्यवस्था तक नहीं है व पूरे मार्ग में कटिंली झाड़ीया लगी हुई है,बारिश के दिनों में यहां पर पहुंचने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।बारिश में शव का दाह संस्कार करने के लिए यहाँ टीनशेड तक नहीं है।ग्रामवासियों ने कई बार इस विषय को लेकर जिम्मेदारों को इस समस्या के बारे में बताया गया लेकिन कभी भी इसका समाधान नहीं हुआ।लोगों की जायज नाराजगी को देखते हुए सरपंच प्रतिनिधि जीतमल धाकड़ एवं पूर्व उपसरपंच विक्रमसिंह चुण्डावत द्वारा ट्रेक्टर ट्रिलर से रास्ता सही करवाकर समस्या का वैकल्पिक निदान किया गया एवं इस संबंध में मौके पर मौजूद सरपंच प्रतिनिधि जीतमल धाकड़ एवं पूर्व उपसरपंच विक्रमसिंह चुण्डावत ने बताया कि श्मशान पर टीन शेड और रास्ता बनाना है लेकिन अभी आगे से इस कार्य के लिए कोई राशि स्वीकृत नहीं हुई है न ही आदेश।शासन अगर इस कार्य हेतु जल्द ही राशि स्वीकृत एवं आदेश करता है तो श्मशान का कार्य प्रमुखता से लेकर रास्ते और टीनशेड का काम करवाएंगे जिससे आमजन को सर्दी,गर्मी,बरसात हर मौसम में श्मशान घाट पहुँचने में सुविधा होकर समस्या से राहत मिल सके।