नीमच। अता -ए ख्वाजा हजरत मोइनुद्दीन सरकार र.त.आ. का 15 वां राष्ट्रीय सद्भावना उर्स विभिन्न धार्मिक आयोजनों के साथ मोइनुद्दीन सरकार कोमी एकता उर्स सूफियाना कव्वाली कुल की रस्म के साथ संपन्न हुआआखरी दिन जायरिनों की संख्या में वृद्धि रही उर्स में आयोजित कव्वाली एव धार्मिक नातिया कलाम की पावन श्रंखला में गुरुवार देर शाम उर्स में सरकार के आस्ताने पर कव्वालों की शानदार महफिल सजी। जिसमें हिजबुरेंहमान एंड पार्टी उमर कव्वाल नीमच ने एक से बढ़कर एक कव्वालियां प्रस्तुत कर महफिल में समा बांध दिया।आज रंग है मोइनुद्दीन पिया का घर घर से आए तेरे चाहने वाले सब मोमिनो को हाफिज ए कुरान बना दे....ख्वाजा तेरे रंग में रंग दे सारे निजामुद्दीन सरकार तेरे रंग में.... अली मौला हैदर-हैदर...मेरे शाहबुद्दीन पिया, मेरे मोइनुद्दीन सरकार...... मेरे पीर की गुलामी मेरे काम आ गई इधर मंदिर भी है मस्जिद व गुरुद्वारे भी है.... तेरी शान में रहो मोइनुद्दीन सरकार....तेरे इश्क में जो फना हुआ वह कुतुब हुआ वहां वली हुआ जिसे मिल गया तेरा आसरा उसे मिल गई है कलंदरी... मेरे दिल पर हाथ रख दे मेरा हौसला बढ़ा जा.... कव्वाली प्रस्तुत की। कार्यक्रम के समापन पर मौलानाद्वय द्वारा सरकार के सम्मान में दरूद फातिहा, कलाम पेश कर कुल की रस्म अदा की गई और तबर्रुक एवं लंगर का वितरण किया गया।इस अवसर पर उर्स कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप अरोरा, सेक्रेटरी सईद भाई काले हाजी रज्जाक भाई चौधरी जाकिर हुसैन साबिऱ कुरैशी,महमूद भाई इकबाल कुरैशी, अनीस भाई,इलियास भाई कुरेशी,जावेद भाई दुर्रानी, अहमद इकबाल भाई ,जहूर बाबा , मो. सलीम गोधरा वाले,शहर काजी चित्तौड़गढ़,पीर सा अल्लाहरखां, सहित अनेक गणमान्य लोगों ने सरकार के आस्ताने मैं शीश नवाकर क्षेत्र में खुशहाली अमन चैन की दुआ की। उर्स में चित्तौड़गढ़,भीलवाड़ा, कोटा, उदयपुर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, अजमेर, जयपुर, रतलाम, मंदसौर, जावरा, इंदौर से जायरीनों ने भाग लिया।हजरत मोइनुद्दीन सरकार र.आ इंतजामिया कमेटी द्वारा क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवा कार्यों के लिए दिलीप सिंह परिहार, पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल बृजेश मित्तल, उमराव सिंह गुर्जर, पार्षद योगेश प्रजापति, राकेश अहीर,तरूण बाहेती, हाजी बाबू सलीम,मुन्ना दुर्रानी, इलियास भाई, गुलाम रसूल पठान मुस्लिम इन्तेजामियां कमेटी के मेंबर, पुलिस प्रशासन, पत्रकारों का एवं हिजबुरेंहमान पार्टी कोटा के कलाकारों का हार पहनाकर साफा बांधकर सम्मानित किया गया।