नीमच। मंदिर आत्म साधना मार्ग दिखाने के प्रमुख केंद्र होते हैं। मंदिर धर्म तपस्या में सहायक होते हैं।दान से धन पवित्र होता है।और कष्ट दूर होते हैं। दान और तपस्या करने के लिए भारत की धरती पवित्र है। यहां जन्म लेने के लिए देवता भी साधना करने के लिए प्रार्थना करते हैं।यह बात साध्वी गुणरंजना श्री जी महाराज साहब ने कही। वे श्री शंखेश्वर पार्श्व पद्मावती धाम ट्रस्ट शक्ति नगर के तत्वावधान में बघाना धनेरिया मार्ग स्थित शक्तिनगर आराधना भवन के समीप प्रांगण में शंखेश्वर पार्श्व पद्मावती मंदिर का22 मई सोमवार सुबह आयोजित खनन मुहूर्त धर्म सभा में बोल रहे थी। उन्होंने कहा कि मंदिर संसार से तारने ,दुखों से हारने का सशक्त माध्यम है। प्रचंड पुण्य का प्रभाव होता है तभी मनुष्य जन्म मिलता है। मन में कषाय क्रोध हो तो धर्म पूर्ण नहीं होता है।व्यक्ति आत्मा की सुरक्षा की तैयारी तो पूरी करता है लेकिन आत्मा की सुरक्षा की तैयारी नहीं करता है चिंतन का विषय है।व्यक्ति धन-संपत्ति के पीछे अंधा होकर दौड़ रहा है लेकिन जिस आत्मा के लिए समय देना है उस पर ध्यान नहीं दे रहा है। देवलोक के कर्मों को और त्रियंच के दुखों,मनुष्य दुखों के कर्मों को समझता है फिर भी वह जागरूक नहीं है।दान और पूजा के बाद जीवन में अहंकार नहीं आना चाहिए नहीं तो दान पूजा व्यर्थ हो जाती है। साधु और मनुष्य की यश कीर्ति में जमीन आसमान का अंतर होता है।मनुष्य द्रव्य पूजा करता है लेकिन साधु भाव पूजा करते हैं ।मानव द्रव्य से पूजा करने के बाद भी अपने भाव को स्थिर नहीं रख पाता है।हम आत्मा और परमात्मा के भक्त बने और इस परिवर्तन को गहराई से समझें। कार्यक्रम का शुभारंभ नवकार मंत्र से हुआ। इस अवसर पर शांति कलश स्थापना, सामूहिक गुरु वंदना भी की गई। पूजन पाठ पर फल श्रीफल नैवेद्य से पूजन किया गया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना विधि कारक पंकज जैन झारड़ा, पुजारी रामप्रसाद द्वारा करवाई गई। मंदिर निर्माण में मुख्य शीला के धर्म लाभार्थी श्रीमती गुणबाला नांदेचा परिवार ने लिया।कार्यक्रम में भुमि खनन मुर्हत के धर्म लाभार्थी गेंदमल, नरेंद्र, राजेंद्र, धर्मेंद्र, रविंद्र पामेचा परिवारजनों, सुभाष बाफना, सुरेंद्र चौधरी ,रवि बाफना सुशील जैन ,गौरव जैन ,सुभाष जैन, रवि जैन, संजय जैन ,राजेंद्र जैन ,सौरभ तिलानी आदि समाज जनों का ट्रस्ट मंडल पदाधिकारियों द्वारा शाल श्रीफल से सम्मान किया गया। धर्म सभा में सुरेंद्र चौधरी निंबाहेड़ा ने साध्वी महाराज साहब के 25 जून को निंबाहेड़ा चातुर्मास प्रवेश के अवसर पर सभी को भाव भरा आमंत्रण प्रदान कर निम्बाहेड़ा आगमन की विनती की।इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ जन प्रेमप्रकाश पगारिया, यूवा हद्रय सम्राट मनोहर सिंह लोढ़ा , शंखेश्वर पार्श्व पदमावती धाम ट्रस्ट अध्यक्ष पारसमल मुर्ड़िया ,गोवर्धन लाल बाफना,प्रीतम खिमेसरा, रोशन जारोली, सुनील गोपावत ,ज्ञानचंद चोरडिया ,देवीलाल नाहटा, राजेश मानव, वीरेंद्र लोढ़ा, महावीर कंकरेचा, नितिन कंकरेचा,राजेंद्र बम्बोरिया, महेंद्र छाजेड़ आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।आरती के बाद साधार्मिक भक्ति का आयोजन आयोजित किया गया।