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क़ुल की रस्म के साथ बाबा शहाबुद्दीन का 128 वां उर्स संपन्न

नीमच। हज़रत बाबा शहाबुद्दीन र. अ. का 128 वां उर्स क़ुल की रस्म के साथ संपन्न हुआ। चार दिवसीय उर्स के अंतिम दिन निसार एहसान चिश्ती कव्वाल मेवाड़ और राजा सरफराज दरबारी कव्वाल रामपुर उत्तरप्रदेश ने सूफियाना कलाम पेश किए। महफिल में राजा सरफराज़ कव्वाल ने "जब मेरा पीर है आमने सामने" पढ़ा, जिसपर श्रोता झूम उठे और कव्वाल को इनाम से नवाज़ा। उर्स एवं इंतज़ामिया कमेटी के सदर मुन्ना दुर्रानी ने बताया कि चार दिवसीय उर्स के पहले दिन मुशायरे काआयोजन। वहीं 22 मई से 24 मई तक महफिल-ए-कव्वाली सजाई गई। इस दौरान लंगर का आयोजन भी किया गया। दूरदराज़ से आए ज़ायरीन ने मज़ार पर हाज़री दी और चादर पेश कर अमन,चैन,भाईचारे की दुआ मांगी। जिसके बाद निसार एहसान चिश्ती एंड पार्टी मेवाड़ सहित मकामी कव्वालों ने धरती अम्बर झूम रहा है बरस रहा है रंग,आज रंग है कलाम पढ़ा। वहीं क़ुल के साथ उर्स संपन्न हुआ।जिसके बाद ज़ायरीन ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी। अंतिम दिन करीब 20 से 25 हज़ार से अधिक लोग उर्स में शरीक हुए। इस दौरान मुख्य रूप से विधायक दिलीप सिंह परिहार,कांग्रेस नेता तरुण बाहेती,उमराव सिंह गुर्जर,सईद चौधरी काले, इक़बाल कुरैशी,हुसैन खां कार्पेंटर,अमजद खान सहित कई कांग्रेसी और भाजपा नेता मौजूद थे। उर्स के अंतिम दिन ज़िला मुस्लिम इंतज़ामिया कमेटी के पदाधिकारियों ने भी उर्स में शिरकत की। उर्स कमेटी ने जनप्रतिनिधियों और सूफियों का साफा बांधकर स्वागत किया। वहीं विधायक दिलीप सिंह परिहार ने बाबा शहाबुद्दीन दरगाह मार्ग के जल्द निर्माण का आश्वासन भी दिया है।

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