कुकड़ेश्वर--संघ सेवा से तीर्थंकर गोत्र का बंध होता है जगत के सभी सौंदर्य जिनशासन के सौंदर्य से कम है आत्म सौंदर्य कैसे बढ़े इसके लिए आगमवाणी श्रवण कर चारित्र आत्माओं के दर्शन वंदन के साथ उनके बताये मार्ग को आत्मसात करें। सबसे अहम कार्य है संघ सेवा आज के भोतिकता के युग में विषम परिस्थितियों में आध्यात्मिकता ही सर्वोपरि है जो हमें जीवन जीने की कला सिखाती हैं और जीवन को सफल बनाने के लिए संघ समाज में एकात्मकता के साथ ही सेवा कार्य से जीवन में सहजता सरलता व सहनशीलता आती है उक्त बात अखिल भारत वर्षीय साधुमार्गी जैन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशस्वी ,ऊर्जावान, परम गुरु भक्त श्री गौतम जी रांका (चार्टर्ड एकाउंटेंट) मुम्बई ने राष्ट्रीय साधुमार्गी संघ के मध्य प्रदेश अंचल की प्रवास यात्रा के दौरान व्यक्त किए। इसी क्रम में धर्मपाल क्षेत्र नारायण खेड़ी,गुराडिया के दौरान अहिंसा प्रचारक श्री महेश जी नाहटा उपस्थित थे। श्री राका सा ने कहा कि कहा कि हमें लक्ष्य बनाकर समाज की उन्नति करना है योजनाबद्ध कार्य हो इसके लिए एक दूसरे के अनुभव प्राप्त करने के लिए उक्त प्रवास करना होता है जिसमें छोटे से छोटे संघ के बड़े-बड़े अनुभव मिलते हैं अनुभव से जनसेवा के साथ समाज उत्थान के कार्य होते हैं हमारे महापुरूषों आचार्य भगवंतों के बनाए आयामों को जन-जन तक पहुंचाना हमारा कार्य है संघ की व्यवस्था है अध्यक्ष/ मंत्री जो दायित्व का निर्वाह करते हैं हम सभी को भी मिलकर संघ सेवा का दायित्व निभाना चाहिये आदान-प्रदान से ही सभी कार्य संभव हो सकते है उक्त अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री श्री निशचल जी काकरिया ने कहा कि संघ समाज को एक रूप में बांधने का कार्य करता है हम साधुमार्गी संघ को ग्लोबल कार्ड बनाकर प्रत्येक घर को जोड़ने के लिए कार्य कर रहे हैं। और पूरा सिस्टम हम डिजिटल करने जा रहे हैं आचार्य भगवंत श्री रामलाल जी मसा के द्वारा जो आयाम दिए गए हैं उनमें आगम योजना, समता शाखा, समता संस्कार पाठशाला, उत्क्रांति आदि योजना आप तक पहुंचाना है इसके लिए हम और आप मिलकर कार्य करें राष्ट्रीयकोषाध्यक्ष श्री मनोज जी डागा ने कहा कि संघ सेवा व प्रवास के दौरान हमें प्रत्येक संघ के अनुभव मिलते हैं जिससे संघ कार्य करना सरल सहज होता है संघ अर्थ से चलता है अर्थ हम सभी से कुछ अंश लेकर एकत्रित करते हैं उसे समाज के सुख दुख में खर्च करते हैं साधुमार्गी संघ के द्वारा समाज उत्थान हेतु उच्च शिक्षा योजना, वीर परिवार योजना, स्वाधर्मी योजना, इदं न मम आदि प्रकल्प में सहयोग कर आप संघ से जुड़ सकते हैं। उक्त अवसर पर राष्ट्रीय सहकोषाध्यक्ष श्री प्रतीक जी सुर्या ने आचार्य भगवान के नए आयाम समता सर्व मंगल के बारे में बताया। इस अवसर पर जावरा निवासी उदार मना सुश्रावक श्री अभय जी भंडारी ने संघ महाप्रभावक की सदस्यता ग्रहण की जिसकी सभी ने सराहना की प्रवास टीम ने बिरमावल जावरा नगरी दलोदा सीतामऊ मंदसौर पिपलिया मंडी कुकड़ेश्वर रामपुरा और नीमच संघ के साथ गतिविधियों का आदान प्रदान किया। राष्ट्रीय संयोजक संघ आब्धता के श्री प्रकाश जी चापलोट निंबाहेड़ा, राष्ट्रीय पूर्व महामंत्री धर्मेंद्र जी आंचलिया बेगू, राष्ट्रीय मध्यप्रदेश अंचल उपाध्यक्ष अजय जी चेलावत जावद, कार्यसमिति सदस्य विनोद मेहता रतलाम, अनिल जी बरखेड़ा खाचरोद, राजेंद्र जी जैन बदनावर, अशोक जी भटेवरा दलोदा, आशीष जी काठेड़ नीमच, मनोज जी खाबिया कुकड़ेश्वर, आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए उक्त अवसर पर सभी संघों के प्रमुखों स्थानीय संघ के वरिष्ठ जनों महिल मण्डल, बहु मडण्ल, समता युवा संघ के द्वारा राष्ट्रीय पदाधिकारियों का स्वागत किया गया। सभी पदाधिकारियों ने प्रवास यात्रा के दौरान चारित्र आत्माओं संत, सतियों के दर्शन लाभ और मार्गदर्शन प्राप्त किया कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय मंत्री मध्यप्रदेश अंचल श्री कमल पिरोदिया रतलाम ने किया आभार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मध्य प्रदेश श्रीअजीत चेलावत जावद ने माना। प्रवास यात्रा का शुभारंभ 19 दिसंबर को रतलाम से प्रारंभ हुआ जो 23 दिसंबर नीमच में समापन हुआ सभी संघों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आभार व्यक्त किया।