सिंगोली(निखिल रजनाती)। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज से शिक्षा प्राप्त व वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री सुप्रभसागर जी महाराज व मुनिश्री दर्शितसागर जी महाराज का 24 जून शनिवार को सिंगोली नगर में चातुर्मास हेतु भव्य मंगल प्रवेश हुआ।मुनिश्री ससंघ का नगर में जगह जगह पाद प्रक्षालन व आरती उतारी गई और नगर को तोरणद्वार से सजाया गया।मुनि श्री के मंगल प्रवेश पर आयोजित जुलूस में सबसे पहले अहमदाबाद से आए रंगोली कलाकार व घोड़े बुल्डगाड़ी व बेंड,सुजान जाग्रति महिला मण्डल व बालिका मण्डल द्वारा नाचते झूमते सिर पर कलश लेकर चल रहे थे तो उनके पीछे रतलाम के ढोल व नगर का मुनि भक्त घोष भी अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए चल रहे थे।जुलूस नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए बापू बाजार में सामूहिक रूप से समाजजनों ने 108 कलशों से पाद प्रक्षालन किया व मुनिश्री मन्दिर पहुंचे जहाँ पर चित्र अनावरण झांतला के समाजजनों ने किया।दीप प्रज्वलन धनगाँव व थडोद के समाजजनों द्वारा किया गया व मुनिश्री सुप्रभसागर जी महाराज का पाद प्रक्षालन का सोभाग्य भगवतीलाल मोहिवाल,चांदमल ठग समस्त बोराव समाज तथा मुनिश्री दर्शितसागर जी महाराज का पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य समस्त बिजोलियाँ समाज को मिला व शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य मानपुरा-महुआ,छोटी बिजोलियाँ समाज को मिला वहीं आज के मंगल प्रवेश पर भोजन पुर्णाजक परिवार पारसमल,पवनकुमार,पंकज कुमार,अंकितकुमार,जियान्सु हरसोरा परिवार का सिंगोली समाज ने तिलक माला पहनाकर स्वागत किया जबकि उसके बाद मुनिश्री सुप्रभसागर जी महाराज व मुनिश्री दर्शितसागर जी महाराज ने धर्मसभा को संबोधित किया।चातुर्मास हेतु सिंगोली समाजजनों द्वारा मुनि श्री को श्रीफल भेंट किया गया।इस अवसर पर मेवाड़ प्रान्त के अध्यक्ष सुरेश पटवारी,लाभचन्द पटवारी,सुरेन्द हरसोला,महावीर चोधरी,भगवतीलाल मोहिवाल,चांदमल ठग के साथ ही बिजोलियाँ,झांतला,धनगाँव, थडोद,बोराव,महुआ,मानपुरा, ठुकराई,नीमच सहित कई जगहों के समाजजन उपस्थित थे।